जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में ग्रेटर नगर निगम की महापौर पद से निलंबित सौम्या गुर्जर ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद आज यहां फिर महापौर का पद संभाल लिया।
गुर्जर ने अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे निगम मुख्यालय में करीब आठ महीने बाद फिर से महापौर की कुर्सी संभाली। उन्होंने कार्यवाहक मेयर शील धाभाई की गैर मौजूदगी में महापौर का पद ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा एवं विश्वास हैं, भगवान के घर देर है अंधेर नहीं।
उन्होंने कहा कि वह जनता के प्रति पहले भी प्रतिबद्ध थी और आज भी हैं और आगे भी रहेगी। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि वह पार्षदों के साथ बैठक करके बोर्ड बैठक तथा अन्य काम नियमानुसार करेगी। इस दौरान निगम मुख्यालय पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष छह जून को जयुपर ग्रेटर नगर निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव से विवाद के मामले में राज्य सरकार ने महापौर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों को निलंबित कर दिया था और मामले में न्यायिक जांच करवाने का फैसला किया था। सौम्या गुर्जर को निलंबित करने के बाद भाजपा पार्षद शील धाभाई को कार्यवाहक महापौर बनाया गया था।
इसके बाद गुर्जर ने उच्च न्यायालय की शरण ली और मामला उच्चतम न्यायालय में पहुंचा जहां उन्हें राहत मिली। न्यायालय ने न्यायिक जांच पूरी होने तक सौम्या गुर्जर को महापौर पद पर बने रहने के योग्य मानते हुए राज्य सरकार के आदेश पर स्टे दिया था।
जयपुर में दो निगम बनने के बाद हुए चुनाव में गुर्जर नवंबर 2020 में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पहली महिला महापौर बनी थी। राज्य सरकार ने गत 31 जनवरी को ही धाभाई के कार्यकाल को अगले दो महीने के लिए बढ़ाया था।