नई दिल्ली। सरकार ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सनसनीखेज बयान देने वाले कवि और एक समय केजरीवाल के भरोसेमंद साथी रहे कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के अनुसार विश्वास को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी जिसमें उनके साथ हमेशा चार सुरक्षाकर्मी रहेंगे। यह निर्णय विश्वास द्वारा केजरीवाल पर हाल ही में लगाए गए आरोपों के बाद लिया गया है। विश्वास ने कहा है कि केजरीवाल की पंजाब में खालिस्तानी संगठनों के साथ सांठगांठ है।
विश्वास ने इस निर्णय के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इसके बारे में पता चला है लेकिन अभी सरकार से या सीआरपीएफ से किसी तरह की जानकारी उन्हें नहीं मिली है। सूत्रों ने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह की जानकारी मिली है कि विश्वास की जान को इन संगठनों से खतरा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि वह इन आरोपों के बारे में जानकारी लेंगे और किसी को भी देश की एकता तथा अखंडता के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
शाह ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दिए जवाब में कहा है कि किसी राजनीतिक दल के लिए राष्ट्र विरोधी अलगाववादी और प्रतिबंधित संगठन से संबंध रखना और चुनाव में उनसे समर्थन लेना देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर मामला है। इस तरह के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों से अलग नहीं है।
चन्नी ने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसकी विस्तार से जांच की जानी चाहिए। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी इन आरोपों को गंभीर बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया की है।
अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि वह एक ऐसे ‘आतंकवादी’ हैं जो स्कूल और अस्पताल बनवाते हैं तथा लोगों को मुफ्त बिजली देते हैं।