नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक चित्रा रामकृष्णा को एनएसई में धांधली के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रविवार को दिल्ली में गिरफ्तार किया।
आरोप है कि उनके समय में एनएसई की ऑनलाइन शेयर कारोबार प्रणाली के सर्वर से इस तरह कनेक्शन दिया गया था जिससे उनके कम्प्यूटरों को ट्रेडिंग की सूचना सेकेंड के कुछ हिस्से पहले मिल जाती थी।
सर्वर कोलोकेशन मामले के नाम से चर्चित इस मामले में दिल्ली की एक अदालत ने चित्रा की अग्रिम जमानत की अर्जी को खारिज कर दी थी, उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। एनएसई में उनके सहयोगी रहे आनंद सुब्रह्मण्यम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
बाजार विनियामक सेवी की हाल की रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया था कि पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा हिमालय की एक अज्ञात योगी के परामर्श से बहुत से फैसले करती थीं और उसके साथ उनका ईमेल से संपर्क था। सीबीआई के अलावा आयकर विभाग भी उनकी जांच कर रहा है और चेन्नई में उनके ठिकानों पर आयकर की तलाशी हो चुकी है।
दिल्ली की अदालत ने सुनवाई के दौरान अज्ञात योगी की बात को जांच को भ्रमित करने का आरोपी का प्रयास होने का संदेह जताया था। सीबीआई का कहना है कि एनएसई में 2010 से लेकर 2015 तक कई गड़बड़ियां देखी गईं। एनएसई दुनिया का एक बड़ा शेयर बाजार है। सीबीआई इस मामले में एनएसई के पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ रवि नारायण से भी पूछताछ कर चुकी है।