गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक समता, उल्लास और उमंग के पर्व होली की बधाई देते हुए कहा है कि प्रदेशवासियों ने 10 मार्च से ही होली खेलना प्रारम्भ कर दिया था।
10 मार्च को आया उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम सिर्फ एक राजनीतिक परिणाम नहीं है बल्कि सुरक्षा, विकास, सुशासन और जन कल्याण के प्रति पांच वर्ष तक पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से किए गए कार्यों पर भाजपा के पक्ष में प्रचंड बहुमत की जीत वाला जनता की मुहर है। यह चुनाव परिणाम यह बताता है कि हमेशा सत्य की जीत होती है।
पाण्डेयहाता में गुरूवार शाम होलिकादहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित होलिकादहन शोभायात्रा के अवसर पर योगी ने भाजपा को प्रचंड बहुमत से दोबारा चुनने के लिए गोरखपुर और प्रदेशवासियों के प्रति आभार जताया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 8 वर्ष पूर्व सुरक्षा, विकास और सुशासन की नींव रखी थी और आज वह सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के रूप में जन विश्वास का प्रतीक बन गया है।
केंद्र व प्रदेश सरकार ने मिलकर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के लिए ईमानदारी और प्रतिबद्धता से कार्य किया है। समग्र विकास, प्रदेश की पहचान, आस्था के सम्मान, महिलाओं, बहन, बेटियों की सुरक्षा, युवाओं के रोजगार व्यापारियों की सुरक्षा, और अन्नदाता किसानों की खुशहाली समेत समाज के हरेक तबके को बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ पहुंचाने के जो सफल कार्य हुए, उनका सुखद परिणाम चुनाव में भी देखने को मिला है।
सीएम योगी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से तमाम भ्रामक प्रचार किए गए, अनर्गल प्रलाप किया गया, आपत्तिजनक व्यक्तिगत टिप्पणियां की गईं, राजनीतिक मर्यादाओं को धता बताया गया। पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर जनता का विश्वास दृढ़ता से कायम रहा और विपक्ष की सारी कारगुजारी धरी की धरी रह गई।
उन्होने कहा कि एक संवेदनशील सरकार हर पल जनता के साथ खड़ी रहती है। मेरा सौभाग्य है कि मैं होलिकादहन के इस प्राचीन उत्सव में कई वर्षों से भागीदार बनता रहा हूं। आप सब ने देखा है कि पिछले दो साल कैसे कोरोना की चपेट में व्यतीत हुए। दुनिया में इसके चलते लाखों लोग असमय काल कवलित हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना प्रबंधन की जो मिसाल पेश की गई उसकी सराहना पूरी दुनिया ने की।
योगी ने होली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रंगो, उमंगों, उल्लास का यह पर्व शालीनता से मनाएं। कहीं भी जोश में होश ना खोएं। ताकि किसी भी प्रकार का संकट ना उत्पन्न हो। होली पर हर एक व्यक्ति की भावनाओं का ध्यान रखें। यदि कोई व्यक्ति स्वास्थ्य या पारिवारिक कारणों से रंग न खेलना चाहता हो तो उस पर रंग ना डालें।
गंदगी न फेंके और न ही किसी की आंखों को नुकसान पहुंचाएं। होली सामाजिक एकता का पर्व है। यह उस सनातन संस्कृति का हिस्सा है जिसने दुनिया को वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः का मंत्र दिया है। इसमें न जातिवाद है न क्षेत्रवाद। सब एक जैसे हैं। हम सभी को इसी विराटता से खुद को जोड़ने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के उपरांत होलिका दहन शोभायात्रा के लिए सजाए गए रथ पर अवस्थित भक्त प्रहलाद की आरती उतारी। उनके चित्र पर फूल बरसाने के बाद बड़े ही उमंग से उपस्थित जनसमूह पर पुष्प वर्षा करते हुए फूलों से होली खेली। यहां से मुख्यमंत्री जब गोरखनाथ मंदिर को चले तो रास्ते में पड़ने वाले छात्रों से उनके काफिले पर भी फूल बरसाए गए।