गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ अपनी दूसरी पारी का आगाज 25 मार्च को शपथ ग्रहण करने के साथ करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उच्च पदस्थ सूत्रों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए यहां बताया कि पांच साल के सफल कार्यकाल के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी कर 37 साल पुराना मिथक तोड़ने वाले योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को लखनऊ के शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम में होगा।
शपथ ग्रहण समारोह में योगी के साथ नवगठित सरकार के अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सात चरण में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को हुई मतगणना में भाजपा ने 255 सीट जीत कर स्पष्ट बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय किए जाने की पुष्टि करते हुए यूनीवार्ता को बताया कि मंत्रिमंडल में महिलाओं और युवाओं को खास तवज्जो मिलेगी। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर बाद आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह का समय अभी तय नहीं हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। इकाना स्टेडियम में प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मंत्रणा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार के गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पर्यवेक्षक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को सह पर्यवेक्षक बनाया गया है। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को मुख्यमंत्री के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा। गौरतलब है कि होली के पर्व पर योगी इन दिनों अपने गृह जनपद गोरखपुर में चार दिन के प्रवास पर हैं।
सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के विभिन्न नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थी भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किए जाएंगे। इन लाभार्थियों में महिलाओं की भी पर्याप्त भागीदारी होगी।