बेंगलूरु। कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर मंदिरों में लगने वाले मेलों में मुस्लिमों को आने पर रोक लगा दी गई है। इससे पहले मुस्लिम व्यपारियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा बसवराज बोम्मई सरकार के पढ़ाई के दौरान हिजाब पर प्रतिबंध को बरकरार रखने के फैसले के विरोध में दुकानें बंद करने का फैसला किया था। जिसके बाद आज कई मंदिरों के अधिकारियों और मेला समितियों ने उन्हें कई हिंदू समारोह स्थल में दुकान लगाने या उत्पाद बेचने से रोक दिया है।
जानकारी के अनुसार उडुपी जिला के कौप शहर में यह फैसला लिया गया है, यहीं से हिजाब विवाद की शुरुआत हुई थी। होसा मरीगुड़ी मंदिर प्रबंधन ने मुस्लिम व्यापारियों को दुकान लगाने से मना कर दिया तथा उऩ्होंने सुग्गी मारी पुजे में शामिल नहीं होने के लिए कहा।
हिंदू जागरण वेदिका के अध्यक्ष प्रकाश कुक्केहल्ली ने मीडियाकर्मियों से बुधवार को कहा कि यह फैसला 17 मार्च को प्रदेश भर में कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा हिजाब विवाद को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में मुस्लिम संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शन के मद्देनजर लिया गया है। इसके साथ ही यह निर्णय गंगोली तालुका में मुस्लिमों के खिलाफ लिया गया, जिन्होंने हिंदू मछुआरे से मछली खरीदने से मना कर दिया था।
उन्होंने हिंदू व्यापारियों से कहा कि मुस्लिम व्यापारियों के साथ किसी भी तरह का कोई सौदा नहीं करें। इससे पहले एचजेवी ने कौप शहर के नगरपालिका को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वार्षिकी मेले में मुस्लिमों को दुकान लगाने की अनुमति नहीं दें। उन्होंने मंदिर प्रबंंधन समिति से भी कहा कि गैर हिंदुओं को मेले में शामिल होने से मना करें।