नसीराबाद। सर्व ब्राहमण महासभा नसीराबाद और आदि गौड़ समाज ने दौसा के लालसौट में निजी चिकित्सालय की डॉ.अर्चना शर्मा आत्महत्या प्रकरण की तीव्र भर्त्सना करते हुए उपखंड अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंप कर दोषी पुलिसकर्मियों सहित साजिश मे शामिल सियासी रसूखदार आरोपियों के विरुद्ध निष्पक्ष तथा उच्च स्तरीय जांच किए जाने की मांग की।
गुरुवार को नसीराबाद के ब्राहमण संगठनों, सर्व ब्राह्मण महासभा और आदि गौड़ समाज के प्रतिनिधियों ने उपखंड अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया कि एक सोची समझी साजिश के तहत दौसा जिले की प्रतिभाशाली डॉ.अर्चना शर्मा के ख़िलाफ़ 302 जैसी गंभीर धारा के अन्तर्गत मुक़दमा दर्ज किया गया। हताश होकर डॉ.अर्चना ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
दीगर बात यह है कि मृतका प्रसूता के अनपढ़ पति द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने से इन्कार कर खुद कहा है कि उससे कुछ लोगों ने खाली कागज पर दस्तखत करवा लिए थे। य़ह साजिश की तरफ संकेत करते हैं वहीं पुलिस द्वारा इस प्रकरण में 302 के अंतर्गत मुक़दमा दर्ज किया जाना भी पुलिसिया लापरवाही दर्शाता है।
ब्राहमण समाज नसीराबाद मुख्यमंत्री से प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता है जिससे मृतक डॉ. के शोक संतप्त परिजनों को इन्साफ़ मिले। ज्ञापन देने वालों मे सर्व ब्राहमण महासभा अध्यक्ष भागचंद जोशी, महिला संगठन की अध्यक्ष कामिनी शर्मा, आदि गौड़ समाज के अध्यक्ष गजानन्द शर्मा, दिनेश शर्मा, विजय शर्मा, एडवोकेट नरेंद्र पाराशर, ओम प्रकाश, चन्द्रनारायन व्यास, महावीर, श्याम, मोहन और अमित शर्मा आदि उपस्थित थे।
नसीराबाद अस्पताल का ओपीडी रहा बंद
दौसा जिले के लालसोट की महिला चिकित्सक डॉ.अर्चना शर्मा के सुसाइड प्रकरण के चलते विध्रोध स्वरूप राजस्थान राज्य लेवल स्टेट अरसीदा के आव्हान पर शहर के सबसे बड़े राजकीय सामान्य चिकित्सालय का ओपीडी बंद रहा। स्थानीय चिकित्सकों नेराज्य स्तरीय चिकित्सक विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर गुरुवार को कार्य का बहिष्कार किया। हालांकि गम्भीर मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवाएं चालू रहीं।