अजमेर। प्रदेश में इन दिनों निम्बू-मिर्च के भावों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। निम्बू तो 300 रुपए किलो पार हो गए हैं। इसका सीधा असर लोगों के स्वाद और आस्था पर भी पड़ रहा है। नजर उतारने के टोटके में काम आने वाले निम्बू-मिर्ची के भावों ही नजर लग गई है।
दरअसल, गर्मियों में निम्बू की खासी डिमांड होती है। यही वजह है कि 20 रुपए किलो बिकने वाला निम्बू अब 300 रुपए किलो में बिक रहा है। निम्बू शिकंजी, निम्बू सोडा सहित गर्मियों में निम्बू के रस का सेवन ठंडक पहुंचाता है। लेकिन दामों में जबरदस्त उछाल से लोग निम्बू से किनारा कर गए हैं। इसका सीधा प्रमाण घरों-दुकानों में लटक रहे सूखे निम्बू-मिर्ची को देखकर लगाया जा सकता है।
आमतौर पर कई लोग अपने घर-प्रतिष्ठान को बुरी नजर से बचाने के लिए उसके बाहर निम्बू-मिर्ची टांगते हैं। इसे टोटका कहिए या साइक्लोजी लेकिन हर दूसरी-तीसरी दुकान पर आपको निम्बू-मिर्ची लटकी नजर आती थी।
कई लोग निम्बू-मिर्ची को धागे में पिरोकर बेचने का धंधा करते हैं। वे 5-10 रुपए रोज के हिसाब से नियमित रूप से दुकानों पर आकर निम्बू-मिर्ची का सेट बांध जाते थे, मगर अब हालात दूसरे हैं। एक निम्बू ही 20 से 25 रुपए का मिल रहा है।
ऐसे में दुकानदारों ने निम्बू-मिर्ची का टोटका करना ही बंद कर दिया है। उनकी दुकान के बाहर आखिरी बार लटकाया गया निम्बू-मिर्ची अब सूख चुका है। उसकी जगह नया निम्बू-मिर्ची सेट लटकाने से वे परहेज करने लगे हैं।