हुबली। कर्नाटक के पुराने हुबली में शनिवार रात भड़की हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि अभिषेक हिरेमथ नाम के एक युवक के सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और थोड़ी देर बाद प्रदर्शन ने हिंसा का रूप धारण कर लिया। इस घटना में एक पुलिस निरीक्षक सहित 12 लोग घायल हो गए।
हुबली के पुलिस आयुक्त लाभु राम ने बताया कि इस घटना के संबंध में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने को लेकर कम से कम छह मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है तथा घटना में शामिल सभी लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने पुराने हुबली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
हिरमेथ ने सोशल मीडिया पर कथित तौर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें एक मस्जिद पर भगवा ध्वज की तस्वीर दिखाई दे रही थी। यह पोस्ट शनिवार रात को वायरल हो गया। इसके बाद मुस्लिम समुदायक के लोगों ने पुलिस में इस संबंध में शिकायत की तथा आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।
उधर, कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने संवाददाताओं से बातचती के दौरान इस हिंसा की तुलना बेंगलुरु में डीजे हल्ली आगजनी से की।
गौरतलब है कि अगस्त 2020 में कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के एक रिश्तेदार ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया था, जिसके बाद डीजे हल्ली सहित आसपास के इलाकों में हिंसा भड़क गई थी।
इस घटना के बाद केज हल्ली थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में मुस्लिमों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी तथा नारेबाजी, पथराव तथा वाहनों में तोड़फोड़ करना शुरु कर दिया था। वहीं मुस्लिमों की भीड़ ने डीजे हल्ली में पुलिस वाहन में आग लगा दी थी।
ज्ञानेंद्र बताया कि हुबली हिस्सा में छह से सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिसमें से एक निरीक्षक की स्थिति नाजुक है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, हवा में गोलियां चलाई और लाठीचार्ज किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी युवक को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। शहर में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में राज्य पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है।