अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के ब्यावर स्थित राजकीय अमृतकौर अस्पताल के शिशु वार्ड में दो नवजात बच्चों की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। सोमवार रात इन नवजात बच्चों की मृत्यु हो गई। मृत्यु का कारण हीट वार्मर में तकनीकी फॉल्ट बताया जा रहा है। दो बच्चों की मौत के बाद तनाव बढ़ने की आशंका के चलते अजमेर से ब्यावर में पुलिस फोर्स भेजी गई है।
ब्यावर के उपखंड अधिकारी राहुल जैन ने आज बताया कि शिशु वार्ड में भर्ती अन्य शिशुओं का स्वास्थ्य प्रशिक्षण कर लिया गया है और सभी बच्चे सामान्य है। वार्ड में लगे हीट वार्मर का सेंसर उड़ जाने से दो नवजात, जिसमें एक बालक एवं एक बालिका की मृत्यु हो गई। जिन दो नवजात बच्चों कि मौत हुई वो एक ही वार्मर पर लिटाया गया था, उनमें से एक लड़का और एक लड़की थी। भक्तों का बाडिया सुरड़िया निवासी ओमप्रकाश भील की पुत्री का जन्म 7 अप्रैल और रामपुरा खरवा निवासी सुरेंद्र भील के पुत्र का जन्म 14 अप्रैल को हुआ था।
बताया जा रहा है कि वार्ड में बच्चों की अधिकता होने से दो दो बच्चों को एक साथ रखा गया था और जब तकनीकी खराबी आई और वार्मर का सेंसर उड़ा तो दोनों बच्चे वार्मर की हीट बढ़ने से हादसे के शिकार हो गए। हादसे के वक्त वार्ड में 20 नवजात भर्ती थे। इनमें से 18 को सुरक्षित बचा लिया गया।
उसके बाद वार्ड में अफरातफरी मच गई। शिशु वार्ड की इस नर्सरी में संसाधनों की कमी भी बताई जा रही है। अस्पताल के पीएमओ डॉ एसएस चौहान हादसे की जांच की बात कर रहे है। दो बच्चों के मौत की खबर मिलने पर एसडीएम राहुल जैन, एएसपी सुमित मेहरड़ा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर केके सोनी, प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर स्वाति शिंदे ने अस्पताल पहुंचकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सुरेंद्र सिंह चौहान से हादसे की जानकारी ली।
पहले भी हो चुका है हादसा
अस्पताल के इस एसएनसीयू वार्ड में एक साल पहले भी आग लगी थी। गत 13 मार्च, 2021 को हुए हादसे के वक्त वार्ड में 16 नवजात भर्ती थे। गनीमत रही कि सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण एसी में आग लगने से हुआ था।