बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा में भारतीय जनता पार्टी की जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर की मौत के मामले में पुलिस ने उनके ससुर सेवानिवृत्त डीआईजी राम बहादुर सिंह, पति दीपक सिंह गौर तथा सास व जेठ सहित 4 लोगों के विरुद्ध हत्या और दहेज के लिये उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) राकेश कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि श्वेता सिंह के भाई ओंकार सिंह की तहरीर पर पुलिस ने पति दीपक सिंह गौर, ससुर राम बहादुर सिंह, सास व जेठ के विरुद्ध हत्या, उत्पीड़न व दहेज एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि बुधवार को हुई इस घटना की विवेचना की जा रही है। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि सेवानिवृत्ति डीआईजी राम बहादुर सिंह का परिवार बांदा के इंदिरा नगर मोहल्ले में रहता है। उनके पुत्र दीपक सिंह गौर भाजपा के नेता है। जिले के जसपुरा क्षेत्र में ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य का वह दो बार चुनाव भी लड़ चुके थे। जिसमें सफलता न मिलने के बाद भाजपा नेता दीपक सिंह ने अपनी पत्नी श्वेता सिंह को राजनीति में आगे किया। जिसने पिछले जिला पंचायत के चुनाव में पहली बार ही जीत दर्ज कराकर पति की हार का बदला लिया और जिला पंचायत सदस्य चुनकर राजनीति की शुरुआत की।
बेहद सरल एवं सामाजिक स्वभाव वाली श्वेता सिंह का राजनीति में महत्व एवं कद लगातार बढ़ने पर क्षेत्र में उसे पति से अधिक महत्व दिया जाने लगा था। बुधवार को अचानक श्वेता सिंह का शव घर पर पंखे की हुक में लटका मिलने से सनसनी फैल गई।