सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही स्थापना दिवस समारोह में तीसरे दिन सुबह नौ बजे की बजाय 9:35 पर विंटेज और बाइक रैली शुरू हुई।
रैली से विंटेज गाड़ियां नदारद थीं और साथ ही नदारद थी वो नसीहतें जो आम जनता को ‘हम नहीं सुधरेंगे’ नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्थापना दिवस समारोह के प्रथम दिन ढ़ी गई थी। एक और चीज जो नदारद थी वो थी समारोह के पहले ही दिन संतोषी माता चौक पर हुए नुक्कड़ नाटक हम नहीं सुधरेंगे में दिया गया सन्देश।
स्थापना दिवस समारोह के प्रथम दिन शीशा मंदिर पर पूजन और रतन बाव में दीपदान के बाद सारणेश्वर दरवाजे पर उदयपुर के दल द्वारा नुक्कड़ नाटक ‘हम नहीं सुधरेंगे’ के माध्यम से गंदगी फैलाने, पानी की बर्बादी समेत कई सामान्य शिष्टाचारों के उल्लंघन की पर ध्यान दिलाते हुए इनकी पालना का सन्देश दिया गया था।
इसी में एक सन्देश ये भी था कि केंद्र और राज्य सरकार मानव जीवन सुरक्षा के लिए जितना भी दो पहिया वाहन चालक को हेलमेट पहनने को कहे, लेकिन उसे नहीं पहनकर ‘हम नहीं सुधरेंगे’ की दृढ़ता वाहन रैली में भी दिखी। आमतौर पर कक्षाओं में फ्रंट बैंच पर बैठने वाले छात्रों को पाठ को बेहतर तरीक़े से समझकर उसके बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा की जाती है।
लेकिन, बाइक रैली में ‘हम नहीं सुधरेंगे’ नुक्कड़ नाटक को फ्रंटलाइन में देखने वाले सभापति और सिरोही उपखंड अधिकारी कक्षा की अपेक्षाओं से विपरीत व्यवहार करते नजर आए। इनके नेतृत्व में निकली बाइक रैली में ये दोनों बिना हेलमेट के थे तो इनके पीछे बाइक पर सवार लोजी भी बिना हेलमेट के निकल लिए।
ये बात अलग है कि एनसीसी के कुछ कैडेट और सारे पुलिस कर्मी हेलमेट पहने थे। इस रैली को जिला जिला यातायात समिति के अध्यक्ष कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाई थी और इसमें पेट्रोलिंग इस समिति के सचिव जिला परिवहन अधिकारी कर रहे थे।
-प्रदूषण से किया हलकान
कोरोना के कारण मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दीवाली पर आतिशबाजी पर रोक लगा दी थी। बाइक रैली में उंस रोके गए प्रदूषण की भ्य मौजूदगी दिखी। रैली के शुरुआत में अरविंद पैवेलियन में रंगीन धुंए वाले पटाखों से माहौल को दमघोंटू बना दिया। इसी तरह राजमाता धर्मशाला मार्ग समेत रैली के मार्ग पर भी रंगीन धुंए से माहौल को दमघोंटू बनाया।
-रोचक रहा रसाकशी का मुकाबला
सुबह अरविंद पैवेलियन रसाकशी का मुकाबला हुआ। इसमें सब्स रोचक मुकाबला कृषि विभाग और शिक्षा विभाग के रहा। शिक्षा विभाग के दल में सभी शारीरिक शिक्षक थे। प्रथम सेट में शिक्षा विभाग की टीम के खेल मैदान में प्रैक्टिस करवाने वाले शिक्षकों को जब खेतों में काम की ट्रेनिंग देने वाले कृषि विभाग के कार्मिकों ने हराया तो हर कोई चकित हो गया। दूसरे राउंड में तो हर किसी को इस मुकाबले ने आकर्षित किया। लेकिन, फिर शिक्षा विभाग की टीम को कृषि विभाग ने अपनी तरफ खींच लिया। घुड़सवारी के प्रदर्शन ने निःसन्देह लोगों को खासा आकर्षित किया।
रसाकशी प्रतियोगिता के दौरान विधायक संयम लोढ़ा पहुंच चुके थे। पहला मुकाबला नयावास और नगर पालिका टीम में हुआ। इसके लिए सभापति सफेद कपड़े के दस्ताने पहनकर रसाकशी करने जाते दिखे तो लोढ़ा ने सबके लिए समान नियम का हवाला देते हुए उन्हें दस्ताने उतारकर बाकी के लोगों की तरह बिना दस्ताने के मुकाबले में उतरने की आवश्यकता बताई। और वाकई बाद में सभापति बिना दस्ताने के खेलते दिखे।