उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अंदर अगर दम है तो करौली के बाद सात राज्यों में भड़के दंगों की जांच के लिए गृह मंत्रालय की एक कमेटी बनानी चाहिए ताकि तमाम बातें सामने आ जाए।
कांग्रेस के चिंतन शिविर के आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने आये गहलोत ने आज मीडिया से बात कही। उन्होंने कहा कि शाह एक कमेटी बनाए, जिसमें उच्च न्यायालय के जज हो, उच्चत्तम न्यायालय के जज हो, कि वास्तव में ये सात राज्यों में दंगे भड़के करौली के बाद में उसकी जड़ में क्या था, क्या भावना थी।
उन्होंने कहा कि किस रूप में दंगे भड़काने की प्लानिंग थी, तो इससे तमाम बातें सामने आ जाएंगी, आगे दंगे होने रुक जाएंगे, ये मेरा मानना है। उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि राजस्थान को बख्शो, हम सब अपनी-अपनी विचारधारा के साथ में राजनीति करें, परंतु ये किसी को अधिकार नहीं है कि निर्दोष लोग मारे जाएं, आगजनी हो, दंगे भड़कें, ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी तैयारी यही है कि, आग लगाओ क्योंकि ये अगला चुनाव हार रहे हैं। इनको मालूम पड़ गया है कि राजस्थान की जनता इस बार फैसला अपने तरीके से करेगी, इसलिए मैंने कहा कि करौली का जो प्रयोग था, एक प्रकार से इनकी वो लैबोरेटरी हो गई है और आपने देखा रामनवमी पर हमने दंगा नहीं होने दिया राजस्थान में, सभी धर्मों के लोगों ने फूल बरसाए रामनवमी पर भी जुलूस पर, सात राज्यों में दंगे हुए, बुलडोजर चले, सब जगह पर करौली में जो तरीका हुआ था दंगे भड़काने का, वो ही तरीका सात राज्यों में था, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
गहलोत ने कहा कि देश के अंदर जो हालात हैं वह बेहद चिंताजनक हैं। उन्होंने सबसे अपील की कि चाहे किसी भी पार्टी के लोग हों। समय रहते हुए अपनी सोच बदलो। हम सब लोग भाईचारे के साथ रहे और अपनी-अपनी विचारधारा के साथ में राजनीति करें। हम कभी नहीं कहते आरएसएस-भाजपा की विचारधारा एक है। वो उनके पास है, हमारी विचारधारा हमारे पास है।
उन्होंने कहा कि आज हम सत्ता में नहीं वो सत्ता में हैं, तब भी अगर वो आग भड़काने की कोशिश करते हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं। कानून के राज में व्यवधान करते हैं तो कौन सरकार बर्दाश्त करेगी उनको। जनहित में फैसले करने पड़ेंगे। राजस्थान को बख्शो। हम सब मिलकर अपनी-अपनी राजनीति करें मगर ये किसी को अधिकार नहीं कि निर्दोष लोग मारे जाएं, आगजनी हो और दंगे भड़कें ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।