भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की शहादत के मामले में ग्वालियर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक अनिल शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। चौहान ने कहा कि घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब करने पर ग्वालियर आईजी को तत्काल हटाने का फैसला लिया है।
चौहान ने अपने बयान में बताया कि गुना में शिकारियों का मुकाबला करते हुए पुलिस के जवानों ने शहादत दी है। अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। अपराधियों की लगभग पहचान हो गई है। जांच चल रही है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। अपराधी किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे।
उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मी राजकुमार जाटव, नीरज भार्गव, संतराम को शहीद का दर्जा देकर इनके परिवार को एक-एक करोड़ रुपए सम्मान निधि दी जायेगी। परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जायेगा। पूरे सम्मान के साथ इनका अंतिम संस्कार होगा।
एक शिकारी भी ढेर, शहीदों के परिजन को एक-एक करेाड़
गुना जिले में पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ में शहीद तीनों पुलिसकर्मियों के परिजन को सरकार एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान करेगी।
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में शामिल होने के बाद गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में सात शिकारी शामिल थे। उनमें से एक शिकारी भी पुलिस की गोलीबारी में मारा गया। शहीद पुलिसकर्मियों के अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई होगी। राज्य की पुलिस मुस्तैदी से जान की बाजी लगाकर अपने कर्तव्य निभा रही है। रात में भी पुलिस पेट्रोलिंग हो रही है, इसीलिए पुलिस ने शिकारियों को घेर लिया।
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