उदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने क्षेत्री य पार्टीयों को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं भाजपा के विचारधारा से लडने में अक्षम बताते हुए कहा है कि पार्टी में युवाओं को आगे लाकर देश को आग लगने के खतरे से बचाना होगा।
तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर को संबोधित करते हुए गांधी ने आज कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां भाजपा की विचारधारा को नहीं हरा सकती क्योंकि उनकी अलग सोच है। जबकि कांग्रेस की केन्द्रीयकृत सोच है। उन्होंने कहाकि जितनी संस्थाओं को तोडेंगे तथा धर्म और जाति के संवाद को खत्म करेंगे उसी से देश में आग लगेगी। उन्होंने कहा कि इस आग को रोकने का काम कांग्रेस कार्यकर्ता ही कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संस्थाओं को ध्वस्त कर दिया तथा अपने आदमी बैठा दिए जिससे संवाद का रास्ता ही खत्म हो गया। कांग्रेस ने कभी भी संस्थान की तोडने या अतिक्रमण का काम नहीं किया। इसके वितपरीत आज देश में नफरत क्रोध और हिंसा फैलाई जा रही है। यह काम बडी शक्तियों की वजह से ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम राजनीतिक पार्टी से नहीं लड रहे बल्कि हर संस्थान से लड रहे है।
उन्होंने कहा कि आज की परिस्थितियों से निपटने के लिए हमें ब्लॉक एवं जिला स्तर पर प्रशिक्षित युवाओं को आगे लाना होगा। अब संगठन में एक परिवार के पांच छह लोग नहीं होंगे। युवा ही पार्टी की कमान संभालेंगे जो भाजपा एवं संघ की विचारधारा से लडेंगे। उनहोंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें जनता के बीच जाना होगा।
आज की परिस्थितियों का मुकाबला छोटा रास्ता अपनाकर नहीं बल्कि पसीना बहाकर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब समय जनता के बीच जुडकर उनकी समस्या को समझने का है। जनता के साथ जो कांग्रेस जो रिश्ता टूट गया उसे फिर दुबारा जोडना होगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर में पूरी पार्टी जनता के बीच जाएगी। नेता एवं कार्यकर्ता यात्रा करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में भाजपा का शासन आने के बाद बेरोजगारी बढ गई तथा महंगाई चरम पर है। किसानों के साथ भी अन्याय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने पहले गेहूं निर्यात की बात कही लेकिन बाद में इस पर रोक लगा दी। पंजाब के किसान इस रोक होने वाले नुकसान को समझ रहे हैं।