नई दिल्ली। बैंक ऑफ बड़ौदा इकोनॉमिक्स रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत 1.35 डॉलर प्रति लीटर के भाव के साथ पेट्रोल की कीमत के मामले में दुनिया के 106 देशों की सूची में 42वें स्थान पर है।
अर्थशास्त्री सोनल बधान द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सूची में 50 से अधिक देश ऐसे हैं जहां पेट्रोल की कीमत भारत से अधिक है। इस रिपोर्ट के लिए नौ मई 2022 की कीमतों को आधार बनाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार सूची में शामिल देशों में पेट्रोल का औसत मूल्य 1.22 डॉलर प्रति लीटर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात पर संतोष किया जा सकता है कि यदि केवल मूल्य को देखें तो भारत कोई बहुत अलग नहीं है। रिपोर्ट में सोनल बधान ने कहा है कि भारत में पेट्रोल की कीमत ऑस्ट्रेलिया, तुर्की और दक्षिण कोरिया के समतुल्य है।
हांगकांग में पेट्रोल 2.58 डॉलर, फिनलैंड में 2.31 डॉलर, जर्मनी में 2.29 डॉलर, इटली में 2.28 डॉलर और नीदरलैंड में 2.19 डॉलर प्रति लीटर है। नॉर्वे, फ्रांस, पुर्तगाल और यूनान में भी पेट्रोल का भाव दो डॉलर प्रति लीटर से ऊपर है। इन अर्थव्यवस्थाओं में प्रति व्यक्ति आय भारत से काफी ऊंची है। अमरीका में पेट्रोल 0.98 डॉलर प्रति लीटर है।
भारत के समक्ष जीडीपी वाली अर्थव्यवस्थाओं फिलीपींस (1.33 डॉलर), वियतनाम (1.13 डॉलर) और केन्या में (1.13 डॉलर) का भाव है। पाकिस्तान में पेट्रोल 0.77 डॉलर प्रति लीटर और श्रीलंका 0.67 डॉलर प्रति लीटर है। सूची के अनुसार बांग्लादेश में पेट्रोल 1.05, नेपाल में 1.03, यूक्रेन में 1.05 और रूस में 0.79 डॉलर प्रति लीटर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पेट्रोल की कीमत केवल अपने आप में कोई ऊंची नहीं दिखती लेकिन यदि प्रति व्यक्ति आय को सामने रखकर देखें तो भारत में पेट्रोल का दाम ऊंचा है। उदाहरण के लिए फिलीपींस में कीमत भारत के बराबर है लेकिन वहां प्रति व्यक्ति आय भारत से करीब 50 प्रतिशत ऊंची है। केन्या, बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान जैसे देशों की प्रति व्यक्ति आय भारत से कम है जबकि भारत की तुलना में पेट्रोल की कीमतें काफी कम हैं।
सोनल बधान ने कहा है कि भारत में इस तर्क में काफी दम है कि सरकार को पेट्रोल पर करों का भार कम करना चाहिए ताकि आम लोगों के हितों की रक्षा हो सके।