वाशिंगटन। अमरीका में लॉस एंजेल्स की अदालत ने एक रूढिवासी ईसाई संगठन के धार्मिक नेता को अपने ही धार्मिक समूह में शामिल लड़कियों के शारीरिक शोषण का दोषी पाये जाने पर 16 साल और आठ महीने के कारावास की सजा सुनाई है।
ला लूज डेल मुंडो मेगाचर्च के नेता नासोन जोआक्विन गार्सिया को अदालत ने यह सजा सुनाई है। ल लूज डेल मुंडो एक रूढिवादी ईसाई संगठन है जिसकी स्थापना वर्ष 1926 में हुई थी। हाल ही के वर्षों में कैलीफाेर्निया के कई हिस्सों में इस चर्च का प्रभाव बढ़ रहा है जहां हिस्पैनिक जनसंख्या बड़ी संख्या में मौजूद है।
गार्सिया को पिछले सप्ताह अपने ही धार्मिक समूह में शामिल लड़कियों के यौन शोषण का दोषी पाया गया जिसके बाद उसे यह सजा सुनाई गई। चर्च की ओर से जारी बयान में गार्सिया का पक्ष लेते हुए कहा कि उनके खिलाफ सबूत तैयार किए गए और उन्होंने यह आरोप चर्च और अपने परिवार की सुरक्षा की खातिर स्वीकार कर लिए।