सवाईमाधोपुर। गंगादशमी के पावन अवसर पर गुरुवार को सेवा भारती समिति सवाई माधोपुर की ओर से श्रीराम जानकी प्रथम सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सवाई माधोपुर के बालिका आदर्श विद्या मंदिर मानटाउन के प्रांगण में हुए इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में तीन अलग-अलग समाजों के 5 जोड़ों ने अग्नि के समक्ष फेरे लेकर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया। इस आयोजन ने सादगी और समरसता का अनूठा उदाहरण स्थापित किया।
विवाह के विभिन्न आयोजनों का आरंभ प्रातः 7.30 बजे वर व वधु के परिवारजनों के आगमन के साथ हुआ। वधु पक्ष की व्यवस्था विद्या मंदिर में और वर पक्ष की व्यवस्था ब्राइटसन सीसेपब्लिक स्कूल में की गई। अल्पाहार के बाद वर निकासी हुई।
सजे-धजे दूल्हे घोड़ी पर बैठकर डीजे पर बजती धुनों के साथ विवाह स्थल की ओर चले। श्रीराम जानकी की झांकी के साथ दूल्हों की बारात मुख्य बाजार से होकर विवाह स्थल पर 11.10 बजे पहुंची जहां विधि विधान से तोरण की रस्म हुई और वर-वधु को मंच पर लाया गया। मंच पर वरमाला का कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर सेवा भारती समिति राजस्थान के क्षेत्रीय मंत्री राधेश्याम शर्मा ने सेवा भारती के सेवा कार्यों की जानकादी देते हुए सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का महत्व और उपयोगिता बताई। आश्रम चणक्य दह के संत देवानंद गिरि महाराज, विष्णु दास महाराज ने सभी जोड़ों को सफल गृहस्थ जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। सेवा भारती राजस्थान के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मूलचंद सोनी, सेवा भारती के जिला संरक्षक डॉ. पी.एल बंसल, विवाह आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. आरपी गुप्ता ने भी जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया।
इसके बाद पूज्य आचार्य द्वारा वैदिक रीति से पांचों जोड़ों का पाणिग्रहण संस्कार हुआ। सभी जोड़ों को उपहार स्वरूप घर-गृहस्थी का जरूरी सामान भेंट दिया गया। सम्मेलन की विभिन्न व्यवस्थाओं को सेवा भारती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने संभाला।
ज्ञानगंगा के ब्रोशर का विमोचन
जयपुर।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांतरंजन के करकमलों से गुरुवार को ज्ञानगंगा प्रकाशन के ब्रोशर का विमोचन हुआ। जामड़ोली स्थित एक शिक्षण संस्थान में यह विमोचन कार्यक्रम हुआ। संघ के जयपुर प्रांत संघचालक सरदार महेंद्र सिंह मग्गो भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि ज्ञानगंगा प्रकाशन द्वारा अनेक राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर पुस्तकों का प्रकाशन हुआ है। भारतीय संस्कृति और महापुरुष के जीवन पर भी पुस्तक प्रकाशन किया गया है।