कोलंबो। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को संसद में अपने दिए एक विशेष बयान में कहा कि अमरीकी ट्रेजरी विभाग और भारत के अधिकारी देश में आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को श्रीलंका का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगले सोमवार को अमरीकी ट्रेजरी विभाग के प्रतिनिधियों का एक दल भी श्रीलंका पहुंचेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश अब ईंधन, गैस, बिजली और भोजन की कमी से कहीं अधिक गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
विक्रमसिंघे ने कहा कि आज हमारे सामने यही सबसे गंभीर मुद्दा है। इन मुद्दों को केवल श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करके ही सुलझाया जा सकता है और इसके लिए हमें सबसे पहले हमारे सामने आने वाले विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का समाधान करना होगा।
अधिकारियों ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन के नेतृत्व में भारत सरकार का एक शीर्ष-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल एक विशेष विमान से गुरुवार को श्रीलंका पहुंचेगा, ताकि आगे की आर्थिक सहायता के लिए यहां की जमीनी स्थिति का आकलन किया जा सके।
श्रीलंका में प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा सिर्फ तीन घंटे लिए होगा। इस दौरान वे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे दोनों के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले सोमवार को अमरीकी ट्रेजरी विभाग के प्रतिनिधियों का एक दल भी श्रीलंका पहुंचेगा।