मुंबई। शिवसेना के बागी विधायकों के बीच से वापस आए विधायक नितिन देशमुख ने गुरुवार को कहा कि उन्हें धोखे से सूरत ले जाया गया था।
देशमुख ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी पिछले ढाई वर्ष में कई बार हमारी सरकार गिराने की कोशिश कर चुकी है और इस बार भी भले ही एकनाथ शिंदे का चेहरा सामने रखा गया है लेकिन इसके पीछे भाजपा का हाथ है।
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है। ठाणे में जब सब लोग चाय पीने के लिए उतरे तब उन्होंने चाय वाले से पूछा कि यह रास्ता किस ओर जाता है तब उसने बताया कि गुजरात की ओर तब उन्हें पता चला कि गुजरात ले जाया जा रहा है। जब सूरत पहुंचे तो वहां एक अच्छे होटल में रुकने की व्यवस्था की गई।
देशमुख ने कहा कि जब मैं सूरत पहुंचा तो मैने शिंदे से कहा कि मुझे यहां नहीं रहना है। मेरी तबीयत ठीक होने के बावजूद मुझे अस्पताल ले जाया गया।
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का डर दिखा कर भाजपा यह सब कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी उद्धव ठाकरे सरकार का समर्थन करती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और यदि भाजपा को लगता है कि संख्या उनके पक्ष में है तो फिर सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं पेश करते। उन्होंने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र की सरकार को गिराना चाहती है लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं होगा।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि शिंदे के साथ गए विधायक पत्र व्यवहार करने के बजाय मुंबई आ जाएं, ठाकरे के साथ बाते करें तब समाधान अवश्य निकल आएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शिवसेना के विधायकों का अपहरण कर गुवाहाटी ले कर गई है जो कि असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे वापस वर्षा में आएंगे। शिंदे के साथ गए 21 विधायक हमारे संपर्क में हैं।
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