उदयपुर। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कन्हैयालाल हत्याकांड के लिए राज्य सरकार और उसकी पुलिस को दोषी ठहराया है।
शेखावत ने कन्हैयालाल के परिजनों से मिलने के बाद आज मीडिया से कहा कि कन्हैयालाल को रिहा करने के बाद मिली धमकी के पश्चात पुलिस का केवल आश्वासन करना, सुरक्षा प्रदान नहीं करना एवं सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए बाध्य करना और इसके बाद एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है, जिसने भरोसा दिलाया और उसके पीछे खड़ी राज्य सरकार इसमें दोषी हैं।
उन्होंने कहा कि हत्या चाहे हत्यारों ने की लेकिन राज्य सरकार और प्रदेश की पुलिस, उदयपुर की पुलिस एवं उसके अधिकारी इस दोष से मुक्त नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जांच शुरू की है। उन्होंने कहा कि इन हत्यारों की जो मानसिकता है वह मोटरसाइकिल नम्बर से लेकर इनके पाकिस्तान की यात्रा के सूत्र मिले हैं और स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि यह एक व्यक्ति के प्रतिक्रिया के स्वरुप की गई घटना नहीं हैं, यह एक सोची समझी साजिश के तहत हुई है।
शेखावत ने कहा कि करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर इन सब घटनाओं को जोड़कर देखा जाये और बार बार कहा गया था कि जिस तरह की मानसिकता राजस्थान में पनप रही हैं, इसे कौन पनपा रहा है, इन सबकी पूरी जांच होनी चाहिए जबकि कई मामलों में फोरी कार्रवाई करके छोड़ दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि पोस्ट डालने पर एक व्यक्ति को जेल में डाल दिया और उसके बाद पुलिस के सामने उसे धमकी दी जाती है और उस पर कोई कार्रवाई नहीं करना अपने वोट बैंक के हित को साधने के लिए इन्हें कौन प्रश्रय दे रहा है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक के लिए पुलिस पर दबाव बनाया गया और निर्दोष की हत्या कर दी गई।
शेखावत ने कहा कि वह कन्हैयालाल के परिवार से मिले हैं और उन्हें डर है कि पहले शिकायत के बावजूद सुरक्षा नहीं दी गई और अभी भी उनके परिवार पर खतरा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को उनके परिवार पूरी सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
इससे पहले शेखावत ने कन्हैयालाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और उनका दर्द साझा किया। उन्होंने कहा कि यह परिवार जिस संताप में है उसकी थाह लेना कठिन है किंतु यह समय उनका साथ देने का है। हम सभी कन्हैयालालजी के परिवार को परोक्ष-अपरोक्ष अपना समर्थन दर्शाएं और शांति के वातावरण को सुनिश्चित करें।