अजमेर। उदयपुर हिंसा के बाद भीम में हुई घटना में घायल सिपाही संदीप चौधरी को पूर्णतः स्वस्थ होने के बाद शुक्रवार को राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया गया। संदीप ने सम्पूर्ण उपचार, प्रमोशन, आर्थिक सहायता और शाबासी के लिए राज्य सरकार और अस्पताल प्रशासन को धन्यवाद दिया।
भीम हिंसा में अपनी जान की बाजी लगाकर साम्प्रदायिक हिंसा रोकने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल हुए राजस्थान पुलिस के सिपाही संदीप को शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। संदीप ने बेहतरीन उपचार के लिए अस्पताल प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी 30 जून को अजमेर आकर संदीप की कुशलक्षेम पूछी थी। उन्होंने संदीप की बहादुरी को देखते हुए उसे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन तथा दस लाख रूपए आर्थिक सहायता की भी घोषणा की थी। संदीप ने इस उत्साहवर्धन के लिए राज्य सरकार को भी धन्यवाद कहा।
जेएलएन अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि कान्सटेबल संदीप चौधरी को आज मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। संदीप की स्थिति में लगातार सुधार व विभिन्न जांचों के सामान्य आने पर बोर्ड द्वारा उसे छूटटी करने का निर्णय किया गया। सिर में लगे सारे टांके निकाल दिये गये है, पिछले तीन-चार दिन से वह स्वयं चलने में समर्थ है।
उन्होंने बताया कि समान्य रूप से मेडिकल बोर्ड द्वारा नियमित रूप से उसके उपचार में गहनता व गम्भीरता से लिए गए निर्णय के फलस्वरूप गंभीर स्थिती में लाए गए संदीप को नया जीवन मिला है।
संदीप के उपचार में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव माहेश्वरी, शल्य चिकित्सक डॉ. अनिल शर्मा, फिजिशियन चिकित्सक डॉ. मुनेश मीना, न्यूरोसर्जन डॉ. गोगराज, न्यूरोफिजिशियन डॉ. दिलीप, प्लास्टिक सर्जन डॉ. मधु माहेश्वरी, निश्चेतन विभाग से डॉ. अरविन्द खरे एवं डॉ. प्रदीप कुमार, नाक कान गला रोग विभाग से डॉ. दिग्विजय सिंह एवं गेस्ट्रोलजी विभाग से डॉ. मनोज इत्यादि चिकित्सकों की अहम भूमिका रही।