बर्मिंघम। भारत की स्वर्ण पदक की सबसे बड़ी उम्मीद पहलवान बजरंग पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन के साथ कनाडा के लेकलन मेकनील को मात देकर सोना जीत लिया। महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भी स्वर्ण जीता जबकि अंशु मलिक को रजत से संतोष करना पड़ा।
गोल्डकोस्ट 2018 खेलों के स्वर्ण पदक और टोक्यो ओलम्पिक के कांस्य विजेता विजेता बजरंग ने पुरुष 65 किग्रा भार वर्ग के एकतरफा फाइनल मुकाबले में कनाडा के लेकलन मेकनील को 9-2 से मात दी। टोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक विजेता बजरंग ने मैच की शुरुआत से ही मेकनील पर दबाव बनाना शुरू कर दिया, जबकि मेकनील उनके सामने बेअसर नज़र आए।
2016 रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने 62 किग्रा में स्वर्ण पदक हासिल किया। साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में कनाडा की एना गोंज़ालेज़ के खिलाफ फाइनल में शानदार वापसी करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।
साक्षी ने गोंज़ालेज़ को चित्त (विन बाई फॉल) करके स्वर्ण पदक जीता। साक्षी पहले हाफ के अंत तक मैच में 4-0 से पीछे चल रही थीं, लेकिन दूसरे हाफ में उन्होंने शानदार वापसी की। साक्षी ने पहले गोंज़ालेज़ को दो बार टेकडाउन करके मैच को 4-4 की बराबरी पर पहुंचाया, और फिर अपनी प्रतिद्वंदी को चित्त करते हुए उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला स्वर्ण प्राप्त किया।
भारत कुश्ती में अब तक दो स्वर्ण और एक रजत सहित तीन पदक जीत चुका है। इससे पहले, अंशु मलिक 57 किग्रा महिला में रजत जीता। युवा पहलवान अंशु मलिक को महिला 57 किग्रा फाइनल में नाइजीरिया की ओडुनायो अडेकुरोये के हाथों हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार की स्वर्ण पदक विजेता ओडुनायो ने अंशु को 6-4 से मात दी। अपनी इस हार के बाद अंशु रो पड़ीं।
फ्री स्टाइलिंग कुश्ती ने बर्मिंघम खेलों में अपना पदार्पण किया और भारत के चार पहलवानों ने फ़ाइनल में जगह बनायी जिनमें से साक्षी मालिक (महिला 62 किग्रा ) और बजरंग पुनिया (पुरुष 65 किग्रा) ने स्वर्ण जीते जबकि अंशु के खाते में रजत गया। एक अन्य पहलवान दीपक पुनिया (पुरुष 86) भी फ़ाइनल में जगह बना चुके हैं। दो अन्य भारतीय पहलवानों दिव्या काकरान (महिला 68) और मोहित ग्रेवाल (पुरुष 125) ने कांस्य पदक मुकाबलों में जगह बनाकर दो और पदकों की उम्मीद बंधा दी है।