भोपाल। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने आज कांग्रेस की एक नेता की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को तिरंगा भेंट करने की घोषणा पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर उन्हें रोके जाने के मामले को लेकर सवाल किया कि क्या भारतीय जनता पार्टी सरकार में राष्ट्रध्वज भेंट करना कोई गुनाह है।
कमलनाथ ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि जब पूरा देश आजादी की हीरक जयंती मना रहा है, तब मध्यप्रदेश सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तिरंगा भेंट करने से रोक रही है। संगीता शर्मा और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता आज संघ प्रमुख को तिरंगा भेंट कर रहे थे, ताकि उनके अंदर भी राष्ट्रवाद की भावना जागृत हो सके, लेकिन इस कदम का स्वागत करने के बजाए कांग्रेस कार्यालय को पुलिस ने घेर लिया। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का रास्ता रोक लिया और तिरंगा भेंट नहीं करने दिया।
उन्होंने सवाल किया कि आजाद भारत में क्या भाजपा की सरकार में राष्ट्रध्वज भेंट करना अपराध है? कांग्रेस नेता शर्मा ने आज राजधानी भोपाल में मौजूद भागवत को राष्ट्रीय ध्वज भेंट करने की घोषणा की थी। इसी क्रम में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता भागवत को ध्वज भेंट करने जाने वाले थे, लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने उन्हें भागवत को ध्वज भेंट करने नहीं जाने दिया। पुलिस के आला अधिकारियों ने भागवत को ध्वज भेंट करने का आश्वासन देते हुए तिरंगा उनसे ले लिया। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने आज इस संबंध में कई तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए हैं, जिनमें मिश्रा और शर्मा के सामने कई पुलिसकर्मी बैठे दिखाई दे रहे हैं।