अयोध्या। श्रीराम की नगरी अयोध्या में आचार्य पीठ लक्ष्मणकिला में आज अयोध्या की रामलीला का विधि-विधान पूर्वक भूमिपूजन किया गया।
भूमिपूजन में लक्ष्मणकिला के महंत मैथिलीरमण शरण, कथा प्रवक्ता चंद्रांशु महाराज व अयोध्या विधानसभा के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता मौजूद रहे। महंत मैथिलीरमण शरण महाराज ने कहा कि यह प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि है। अयोध्या की पहचान भगवान राम और रामलीला से है।
यह रामलीला रामभक्तों के आशीर्वाद से विश्व की सबसे बड़ी रामलीला है। रामभक्तों ने इसे विश्व की सबसे बड़ी रामलीला बनाया है। विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने कहा कि 2020 में 16 करोड़, और वर्ष 2021 में 22 करोड़ से ज्यादा लोगों ने रामलीला का लाइव टेलीकॉस्ट दूरदर्शन, सेटेलाइट चैनल और सोशल मीडिया पर देखा गया।
श्रीराम की भूमिका निभा रहे राहुल भूचर ने कहा कि अयोध्या की रामलीला भगवान राम के आशीर्वाद से होती है। इसको दुनिया के कोने कोने में रामभक्त देखते हैं। माता सीता की भूमिका निभा रही दीक्षा रैना ने कहा कि मैं अपने आपको बड़ा भाग्यशाली मानती हूं। रामलीला में माता सीता का किरदार मिला है।
रामलीला के महासचिव व क्रिएटिव डायरेक्टर शुभम मलिक ने कहा कि रामलीला में इस बार 1600 फुट का एलईडी सेट तैयार हो रहा हैं। फाउंडर अध्यक्ष सुभाष मालिक बॉबी ने बताया कि रामलीला का आयोजन 25 सितंबर से 5 अक्टूबर तक अयोध्या में होगा। जो हर वर्ष की तरह लाइव भी दिखाया जाएगा। यह अयोध्या की रामलीला का तीसरा संस्करण है। जिसे शाम 7 से रात 10 बजे तक दूरदर्शन पर लाइव देख सकेंगे।
रामलीला में सांसद रवि किशन केवट, बिंदू दारा सिंह हनुमान, गजेंद्र चौहान राजा जनक, शाहबाज खान रावण, गुफी पेंटल नारद मुनि, गिरजाशंकर दशरथ, उपासना सिंह कैकेई, दीक्षा रैना सीता, राहुल बुचर राम, रजा मुराद महर्षि विश्वामित्र की भूमिका निभाएंगे। इस मौके पर कमेटी के चेयरमैन राकेश बिंदल, वॉइस चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल, कैप्टन राज माथुर, अनुज अग्रवाल, सत्य प्रकाश राणा, पवन वत्स, दीपक भगचंदनी आदि मौजूद रहे।