झुंझुनूं। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहली प्राथमिकता कुर्सी बचाए रखना है जबकि प्रदेश अपराध की राजधानी बन चुका है।
शेखावत ने सोमवार को गाडियां टाउन हॉल में प्रधानमंत्री पर आधारित मोदी 20 विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गहलोत कुर्सी जाने के डर से राजस्थान के मुखिया न्याय नहीं कर पा रहें है।
उन्होंने कहा की प्रदेश की सरकार ने यहां की जनता को माफिया के भरोसे छोड़ दिया है। यहां के लोगों में धार्मिक आधार पर द्वेषता पैदा कर दी गई। करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर की घटना से जिस तरह पीएफआई कनेक्शन निकला, उदयपुर में गला रेंत कर वीडियो बनाए गए, जयपुर, भरतपुर में एक साधु को आत्मदाह करने के लिए मजबूर होना पड़ा, हनुमानगढ में एक साधु की हत्या कर दी गई।
जिस तरह की परिस्थितियों आज राजस्थान में बनी है इससे राजस्थान की जनता दुखी है। निश्चित तौर पर आने वाले समय में यहां की जनता कांग्रेस की इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
शेखावत ने कहा जल जीवन मिशन योजना में राजस्थान सरकार धीमी गति से कार्य कर रही है। जिससे हर घर पानी पहुंचने में देरी हो रही है। केंद्र सरकार अपने कोटे का पैसा दे चुकी है। लेकिन राजस्थान सरकार हर आदमी को पानी पिलाने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी पर झुंझुनू, सीकर का अधिकार है। लेकिन सरकार के सही डीपीआर नहीं बनाने की वजह से अभी तक यह योजना नहीं बन पाई है।
अगर सरकार सही प्रपोजल तैयार करके भेजती है, तो हरियाणा सरकार से बात करके इस योजना को अमल में लाया जा सकता है। इससे पहले भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया एवं प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच का भी साफा व दुपट्टा पहना कर स्वागत किया गया।