Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
राजस्थान अपराधों के मामले में नम्बर वन : सतीश पूनियां - Sabguru News
होम Headlines राजस्थान अपराधों के मामले में नम्बर वन : सतीश पूनियां

राजस्थान अपराधों के मामले में नम्बर वन : सतीश पूनियां

0
राजस्थान अपराधों के मामले में नम्बर वन : सतीश पूनियां

जयपुर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर प्रदेश में सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके शासन में आज राजस्थान अपराधों के मामले में नंबर वन है।

डा पूनियां आज फेसबुक एवं ट्वीटर पर प्रदेशवासियों के साथ किए संवाद के दौरान कहा कि जन सुरक्षा का भरोसा देने वाली अशोक गहलोत सरकार जन घोषणा पत्र में वादा किया था लेकिन इस सरकार के शासन के 1351 दिनों में सात लाख 97 हजार 643 मुकदमें यह अपने आप में इस बात की बानगी है। ये मुकदमे मुख्यमंत्री की नजर में 47 प्रतिशत फेक हैं, जो मुकदमें दर्ज होते हैं उनका लॉजिक दिया जाता है कि हमने एफआईआर फ्री कर दी है, आप जाइए एसपी के यहां रजिस्टर्ड कीजिए, वो एफआईआर के रूप में तब्दील हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री जो गृहमंत्री भी हैं, उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि प्रदेश की सरकार की उसके जो राज्य सूची के विषय हैं, उसमें कानून व्यवस्था भी प्रमुख विषय है, वह राज्य सूची का ही है, कानून व्यवस्था प्रदेश का गृह मंत्रालय करता है लेकिन प्रदेश दुष्कर्म, भ्रष्टाचार, महंगाई , डीजल पेट्रोल की सर्वाधिक कीमत एवं साइबर क्राइम तथा बिजली की महंगाई में नंबर वन हैं।

डा पूनियां ने कहा कि आज हम शर्मसार हैं ऐसी सरकार की सरपरस्ती में जहां नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो इस बात को प्रमाणित करता है आंकड़ों के जरिए जहां 6337 दुष्कर्म के आंकड़े हैं, 17 दुष्कर्म प्रतिदिन, क्या राजस्थान शर्मसार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में आज राजस्थान अपराधों के मामले में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की कमजोरी के कारण यहां के नागरिकों की रोजी-रोटी पर लगातार मार पड़ रही हैl

उन्होंने कहा कि किसी प्रदेश में सुख शांति होगी तो वहां आर्थिक तरक्की भी होगी, निवेश भी आएगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहां के नागरिक खुशहाल होंगे, उनका हैप्पी इंडेक्स बढ़ेगा, तो वहां बाकी कारक भी प्रभावित होंगे।