जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आश्वासन के बाद पशु चिकित्सा कर्मचारी सामूहिक अवकाश से लौटने का निर्णय लिया है।
गहलोत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। गहलोत के संघ की मांगों पर दिए आश्वासन पर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर अविलम्ब सामूहिक अवकाश से लौटने का निर्णय लिया।
इससे पशुओं में फैल रही लंपी स्किन डिजीज के रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यों को और अधिक गति मिलेगी। इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ पशुओं में फैल रहे लम्पी स्किन डिजीज पर नियंत्रण पाने के लिए कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग के चिकित्सकों और कर्मचारियों की लगातार मेहनत से सुधार आया है और रिकवरी रेट बढ़ी है। उन्होंने पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों से गौवंश की रक्षा के लिए तत्परता से रोग नियंत्रण कार्य में जुटने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य कर्मचारी हित में सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इस अवसर पर पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, शासन सचिव पशुपालन पीसी किशन, अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष आयदान सिंह कविया, राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय सैनी, संरक्षक के.के गुप्ता, महामंत्री अर्जुन शर्मा सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पहले मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों की बैठक हुई और प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से वार्ता की।