चित्रदुर्ग। नाबालिग किशोरियों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार मुरुघ मठ के पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू को शुक्रवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। शरणारू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और वह गुरुवार से चित्रदुर्ग जिला जेल में हैं।
रात करीब 10 बजे पुलिस की एक टीम ने कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें हिरासत में लिया और जांच अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में पूछताछ के लिए एक अज्ञात स्थान पर ले गए।
पुलिस ने इस मामले में हॉस्टल वार्डन और दूसरे आरोपी रश्मि को भी हिरासत में लिया है। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के परशुराम ने कहा कि हमने मुरुघा शरणारू को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसे मेडिकल चेकअप के लिए जिला अस्पताल के नए भवन में ले जाया जाएगा।
शरणारू के वकील उमेश ने कहा कि शुक्रवार को अदालत में एक याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कुछ दिनों में जमानत मिलने का भरोसा जताया है। उधर, इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राज्य के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है।
पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए भी तलाश शुरू कर दी है। ये लोग अदालत द्वारा जमानत याचिका ठुकराए जाने के बाद फरार हो गए हैं। इस मामले के अन्य आरोपी जूनियर पोंटिफ बसवदित्य, परमशिवैया (मठ सचिव) और गंगाधरैया हैं। शरणारू की गिरफ्तारी के बाद मठ की बागडोर हेब्बाला मठ से महंत रुद्र स्वामीजी को दे दी गई है।