लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित लिवाना सुइट्स होटल में सोमवार को हुए भीषण अग्निकांड की प्राथमिक जांच में पुलिस ने सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने पर होटल मालिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस अग्निकांड में चार लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गये हैं।
राज्य के संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने बताया कि होटल के मालिक राहुल एवं रोहित अग्रवाल के अलावा होटल के महाप्रबंधक सागर श्रीवास्तव को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी है।
उन्होंने बताया कि होटल की पहली मंजिल पर हुए इस अग्निकांड में दम घुटने से दो महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान लखनऊ निवासी महिलाएं साइबा कौल (26) एवं श्राविका संत (18) के अलावा गुरनूर सिंह (28 साल) और बॉबी उर्फ अमन गाजी (22 साल) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि होटल की पहली मंजिल पर मौजूद बैंक्विट हॉल में आग लगी। होटल में मौजूद 30 कमरों में से 18 कमरे पहले से बुक थे।
मोर्डिया ने बताया कि प्राथमिक जांच में होटल की पहली मंजिल पर आग लगने की बात सामने आ रही है। सुबह लगभग 7:35 बजे दमकल विभाग को आग लगने की सूचना मिली। इस पर दमकल के वाहन और अन्य अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लिया और घटना की जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने बताया कि इस घटना में 12 घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकाें ने दो महिलाओं सहित चार लोगों को इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में आठ घायलों का इलाज चल रहा है।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चार लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। मोर्डिया ने बताया कि लगभग 6 घंटे तक चला राहत एवं बचाव अभियान पूरा कर होटल को सील कर घटना के कारणों की जांच की गई।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने इस अग्निकांड की गहन जांच करने हेतु लखनऊ के मंडल आयुक्त और पुलिस आयुक्त को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री के निर्देश के कुछ समय बाद ही प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने लिवाना सुईट होटल अग्निकांड की जांच के लिए आदेश जारी करते हुए इसके लिये 02 सदस्यीय टीम का गठन किया है। प्रसाद ने लखनऊ के मंडलायुक्त श्रीमती रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर को इस घटना की जिम्मेदारी सौंपते हुए तत्काल इसकी आख्या शासन का उपलब्ध कराने को कहा है।
डा जैकब ने होटल के स्थलीय निरीक्षण के बाद इसमें नक्शा पास न कराए जाने और फायर की एनओसी मिलने के बावजूद दमकल मानकों का गंभीर उल्लंघन पाए जाने के आधार पर होटल को सील कर इसके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लेकर चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे घायलों के समुचित उपचार की हरसंभव व्यवस्था करें। उन्होंने इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना की। उन्होंने हादसे में घायल हुए सभी लोगों का नि:शुल्क उपचार कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश दिया।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री बृजेश पाठक ने भी अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। पुलिस सूत्रों ने आग लगने की वजह बिजली का शॉर्ट सर्किट होने की आशंका जतायी है। पाठक ने बताया कि इस अग्निकांड में दम घुटने के कारण घायलों काे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रख कर इलाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस होटल के पास तमाम बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्थित हैं। आग लगने से पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे दमकलकर्मियों और पुलिस बल के जवानों ने आग बुझाने के तत्काल प्रयास शुरु कर दिए।