नई दिल्ली। हेल्थटेक कंपनी एल्यूरियन ने मोटापा घटाने में मददगार अपना पेंटेंटेड उत्पाद भारतीय बाजार में लॉन्च किया जो चार महीने में 14 किलोग्राम तक वजन कम करने में सक्षम है।
भारतीय मूल के डॉ शांतनु गौर और डॉ राम चुट्टानी द्वारा अमेरिका में स्थापित हेल्थटेक कंपनी एल्यूरियन का यह अनोखा कैप्सूल दुनिया के करीब 60 देशों में उपलब्ध है और अब तक एक लाख से अधिक लोग इसका उपयाेग कर चुके हैं। भाारतीय बाजार में लॉन्च किए जाने से पहले कंपनी ने देश के प्रसिद्ध बैरियाट्रिक और इंडोस्कोपिक सर्जन डॉ मोहित भंडारी से इसके लिए संपर्क किया जिन्होंने 500 से अधिक लोगों में इस कैप्सूल को सफलतापूर्वक लगा चुके हैं।
एल्यूरियन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ गौर ने आज संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए कहा कि इस कैप्सूल को निगलने के बाद चिकित्सक उसमें पहले से लगे कैथेटर के माध्यम से करीब 550 मिलीलीटर तरल पदार्थ के साथ इसे बैलून के आकार में फुला देेते हैं जिससे पेट का एक हिस्सा हमेशा भरा हुआ रहता है और वजन कम करने की चाहत रखने वालों का खाना कम हो जाता है।
इस प्रक्रिया में किसी तरह की सर्जरी, एंडोस्कोपी या एनेस्थेसिया की जरूरत नहीं होती। प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद यह देखने के लिए एक एक्सरे किया जाता है कि बैलून सही स्थिति में है या नहीं। पूरी प्रक्रिया 15 मिनट में पूरी कर ली जाती है। यह बैलून चार महीने तक पेट में रहता और उसके बाद स्वत: यह मल के माध्यम से शहरी से बाहर हो जाता है। जिनको अधिक वजन कम करना होता है उनका तीन महीने के बाद फिर से दूसरा कैप्सूल दिया जाता है। एक कैप्सूल को लगाने तथा चार महीने तक निगरानी आदि की कुल कीमत तीन लाख रुपए है।
उन्होंने बताया कि यह कैप्सूल केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमोदित है। मोटापा और वजन घटाने में कारगर यह कैप्सूल मधुमेह, बांझपन और हृदय रोग के उपचार में भी मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत दुनियरा में मोटापे से जुड़ी बीमारियों का प्रमुख केन्द्र बनते जा रहा है जिसके मद्देनजर उनकी कंपनी ने भारतीय बाजार में प्रवेश की है। उनका लक्ष्य इस वर्ष 10 हजार से अधिक कैप्सूल बेचने की है।
कंपनी के सह संस्थापक भागीदार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ चुट्टानी ने कहा कि अध्ययनों से एल्यूरियन प्रोग्राम के प्रभाव और सुरक्षा की पुष्टि हुई है। रोगियों को लगभग 16 हफ्तों में शरीर के वजन को औसतन 10 से 15 प्रतिशत कम करने में मदद मिली है और इससे शरीर में किसी प्रकार के पोषकतत्वों की कमी भी नहीं होती है। इसका शरीर पर दुष्प्रभाव होने की संभावना नग्य के बराबर है। कंपनी के इस उत्पाद को 40 से अधिक पेंटेंट मिले हुए हैं और वैश्विक स्तर पर कोई भी प्रतिद्वंदी नहीं है।
डॉ भंडारी ने बताया कि इस वर्ष उनकी योजना देश में 150 से अधिक चिकित्सकों को इससे से जोड़ने की है। उन्होंने कहा कि इस कैप्सूल को सिर्फ शरीर में डालकर छोड़ नहीं सकते हैं बल्कि संबंधित व्यक्ति के लगातार संपर्क में रहना होता है ताकि उनकी निगरानी हो सके और जिनता वजन कम हो उसका रिकार्ड रखा जा सके। अभी देश में 16 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वजन कम करने के लिए इस कैप्सूल का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी के वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करने एक सप्ताह के भीतर ही नजदीकी चिकित्सक के पास का समय मिल सकता है।