जबलपुर। आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने बिशप प्रेमचंद्र सिंह को आज महाराष्ट्र के नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। ईओडब्ल्यू ने बिशप पीसी सिंह को जिला न्यायालय में पेश किया, न्यायालय ने चार दिन की रिमांड ईओडब्ल्यू को प्रदान की है।
ईओडब्ल्यू एसपी देवेन्द्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि बिशप पीसी सिंह के हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही थी। जैसे ही पता चला कि वह नई दिल्ली-बेंगलूरू से होते हुए नागपुर आ रहे है। इस खबर के बाद ईओडब्ल्यू व अन्य एजेंसियों ने नागपुर एयरपोर्ट पर धेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
बिशप ने पूछताछ में अपने 174 बैंक खाते, 10 एफडी में 2 करोड़ 2 लाख 94 हजार 190 रुपए होने की जानकारी दी है। बिशप 8 से 10 गनमैन के सुरक्षा घेरे के बीच चलता रहा, यहां तक कि उसके नेपियर टाउन स्थित बंगले में भी गनधारी तैनात रहते थे।
ईओडब्ल्यू की पूछताछ में बिशप ने 10 एफडी व 174 बैंक खाता होने की बात कही है, जिसमें पीसी सिंह के 128 बैंक खाते व उसके परिजनों के नाम है, वहीं 46 बैंक खाते शैक्षणिक संस्थाओं के है। बिशप के खिलाफ देशभर में 99 एफआईआर दर्ज है।
बताया गया है कि बिशप मूलत रूप से बिहार का रहने वाला है। 1986 में डायोकेसन कार्यकर्ता के रुप में अपना काम शुरु किया। 1988 में क्राइस्ट चर्च केथेड्रल जबलपुर में डीकन के रुप में नियुक्त हुआ है। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा 1990 में सेंट आग्स्टीन चर्च बिलासपुर में एक प्रेस्बिटर के रुप में पदस्थ हो गया। 1995 से 1999 तक चेस्ट चर्चा ऑफ क्राइस्ट सीएनआई जबलपुर का प्रेस्बिटर प्रभारी बन गया। 25 अप्रेल 2004 को सीएनआई ने पीसी सिंह को जबलपुर का बिशप बना दिया।
बिशप पीसी सिंह के खिलाफ देशभर के अलग-अलग राज्यों में 99 मामले दर्ज है। इनमें सबसे ज्यादा 42 मामले उत्तरप्रदेश में दर्ज हुए है। इसके अलावा राजस्थान में 24 प्रकरण, महाराष्ट्र में 11, पंजाब में 6, एमपी में 4, छत्तीसगढ़ में 3, दिल्ली में 3 व झारखंड में 3 प्रकरण दर्ज है।
बताया जाता है कि जबलपुर ईओडब्ल्यू की टीम ने बिशप के नेपियर टाउन स्थित आवास पर 8 सितम्बर को सर्च कार्रवाई की थी। कार्रवाई में 1 करोड़ 65 लाख रुपए नगद, 48 बैंक खाते, 18352 यूएस डॉलर, 118 पांउड, 9 लग्जरी गाडिय़ां, 17 संपत्तियों के दस्तावेज व सात करोड़ रुपए से अधिक का टैक्स न चुकाने का पता चला था।