जयपुर। राजस्थान की पन्द्रहवीं विधानसभा का सप्तम सत्र आज हंगामे के साथ फिर शुरू हुआ और एक घंटे से भी कम अवधि तक चले सदन की कार्यवाही विपक्ष के सदस्यों के नारेबाजी एवं हंगामें के कारण बीच में दो बार स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होते ही विपक्ष भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्यों ने गोवंश में फैली लंपी स्किन बीमारी एवं अन्य मुद्दों को लेकर बोलना शुरु कर दिया और वेल में आ गए। इस दौरान रालोपा के तीनों विधायकों ने गौ माता की पुकार, हमे बचा ले हे सरकार लिखी तख्तियां दिखाई।
नारेबाजी और हंगामें के बीच विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी ने विपक्ष के सदस्यों को अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया लेकिन वे वेल में नारेबाजी करते रहे और हंगामें के कारण डा जोशी ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर सात मिनट पर पन्द्रह मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद 11 बजकर 22 मिनट पर सदन की कार्यवाही फिर शुरु होने पर विपक्ष के सदस्यों ने फिर हंगामा शुरु कर दिया। अध्यक्ष ने सदस्यों से अपनी जगह पर जाकर अपनी बात कहने का निवेदन किया।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र का सत्रावसान नहीं करके सीधे बैठक बुलाई गई। इन छह महीने के समय में खूब उठापटक हुई, जिसके बारे में सवाल बनते हैं। पहली बार हुआ है कि विधायक सवाल नहीं पूछ पा रहे। जिन विधायकों का सौ सवालों का कोटा पूरा हो गया और अब वह और सवाल नहीं पूछ सकता। यह विधायकों के अधिकारों का हनन किया गया है।
इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा खड़े होकर बोलने लगे और और कहा कि भाजपा वाले किस मुंह से यह कह रहे है। इस पर हंगामा और बढ़ गया। कांग्रेस के भी कई सदस्य खड़े हो गए और हंगामा जारी रहा। अध्यक्ष ने कहा कि आसन पैरों पर खड़ा है, इस पर भी कटारिया ने बोलना जारी रखने पर डा जोशी ने सदन की कार्यवाही जारी रखते हुए राज्यपाल ने लौटाए दो विधेयकों के बारे में सदन को अवगत कराया और विधायी कार्य की कार्यवाही शुरु कर दी।
इस दौरान राजस्थान विधानसभा-अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धयां और पेंशन (संशोधन) विधेयक 2022 एवं राजस्थान सहकारी सोसाइटी (संशेधन) विधेयक 2022, राजस्थान कृषि मंडी संशोधन विधेयक 2022 सहित चार विधेयक सदन में रखे गए।
हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही और और बाद में हंगामें के कारण डा जोशी ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 34 मिनट पर दूसरी बार पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। 11 बजकर 39 मिनट पर सदन की कार्यवाही फिर शुरु होने पर पूर्व सांसद थान सिंह जाटव, पूर्व विधायक आदराम मेघवाल, इन्दिरा मायाराम, पराक्रम सिंह, भरतलाल एवं जयकृष्ण तोसावड़ा के निधन पर सदन में शोकाभिव्यक्ति की गई।
डॉ. जोशी ने शोक प्रस्ताव रखते हुए इन व्यक्तियों द्वारा राजनीतिक, सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों में दी गई सेवाओं की सराहना की। बाद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही 11 बजकर 47 मिनट पर मंगलवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी।