जयपुर। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक गोविंद सिंह डोटासरा के बीच नोकझोंक होने से सदन में हंगामा हुआ।
प्रश्नकाल में विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या के प्रदेश में लंपी रोग पर नियंत्रण की कार्य योजना के सवाल पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री लाल चंद कटारिया जवाब में गुलाब चंद कटारिया ने पूरक प्रश्न किया कि क्या केंद्र इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं करेगा तो आप सहायता नहीं दोगे, आपके जवाब से तो यही लग रहा है।
इस पर डोटासरा ने बीच में खड़े होकर कहा कि केंद्र क्यों नहीं करेगा, फिर आप लोग किसलिए बैठे हैं। इसके बाद गुलाब चंद कटारिया ने पूछा आप किस खाते में खड़े हुए हो। इस पर डोटासरा ने कहा कि यह सदन केवल गुलाबचंद कटारिया का ही नहीं है, यह सदन जितना गुलाब चंद कटारिया का है, उतना ही गोविंद सिंह डोटासरा का भी है। आप तो हर प्रश्न में खड़े होते हो। इस दौरान पक्ष एवं विपक्ष के अन्य कई सदस्य भी खड़े हो गए और सदन में शोरशराबा हुआ।
इस पर अध्यक्ष डा सीपी जोशी ने सदस्यों को बैठने के लिए कहने पर मामला शांत हुआ। इस पर डा जोशी ने कहा कि मंत्री अपने आप जवाब दे देंगे, बीच में बोलने की आवश्यकता नहीं है। मामला शांत होने के बाद गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि उन्होंने तो इतना ही पूछा है कि केन्द्र इसे महामारी घोषित नहीं करेगी तो क्या राज्य सरकार बाकी राज्यों की तरह मुआवजा नहीं देगी।
इससे पहले लालचंद कटारिया ने सवाल के जवाब में कहा कि लंपी बीमारी से मरने वाली गायों के बदले अब तक किसी तरह का मुआवजा नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर लंपी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है और केन्द्र इस बीमारी को आपदा घोषित करती हैं तो सहायता दी जाएगी।