अजमेर। नवरात्र के प्रथम दिन लम्पी महामारी से पीडित गौवंश की रक्षार्थ माकडवाली रोड स्थित आइसोलेशन सेन्टर में हवन-यज्ञ कर मातारानी से महामारी को खात्मे की अरदास की गई।प्रख्यात पंडितों के “हवन-यज्ञ” के माध्यम से मंत्रोच्वाचारण से वातावरण की शुद्धता व रोगाणु मुक्ति का प्रयास किया गया।
महात्मा गांधी दर्शन समिति, बालाजी सेवा संस्थान और माली सेना अजमेर के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित हवन-यज्ञ कार्यक्रम में डॉ श्रीगोपाल बाहेती तथा शक्ति प्रताप ने बताया राजस्थान सरकार, प्रशानिक अधिकारी, कर्मचारी, सामाजिक संगठन, संस्थाएं, समाजसेवी किसी न किसी रूप में गौवंश को इस महामारी से बचाने में जुटे हैं। गौ-माता लम्पी नामक बीमारी से बहुत दुखी व परेशान हैं। हजारों की संख्या में गौवंश काल का ग्रास बन चुका है। गौ सेवा के लिए सभी को व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करते रहना होगा।
माली समाज के भामाशाह त्रिलोक इंदौरा ने बताया आयुर्वेदिक जड़ी बूटी, आयुर्वेदिक लड्डू, लापसी, दवाइयां व अन्य घरेलू उपचार से लंपी रोग से पीडित गौवंश की सेवा की जा रही है।
गौ-माता की सेवा के क्रम को जारी करते हुए नवरात्र के पहले दिन प्रख्यात पडितों के मंत्रोच्चारण से हवन-यज्ञ में आहूति का आयोजन रखा गया। इसमें सभी पदाधिकारियों, गौ- पालकों, समाजसेवियों ने आहूति दी।
गणेश टाक, प्रदीप कछावा, हेमराज खारोलिया निरंतर पीडित गौ माता के लिए निरंतर सेवा दे रहे हैं। जिस गाय-माता ने जीवन भर हमें दूध पिलाया, हमारे बच्चों को दूध पिलाकर बडा किया आज उसी गौ-माता को हमारी सेवा की जरूरत है। गौ सेवा कर दूध का कर्ज उतारने का समय आ गया।
इस कार्यक्रम में महावीर सिंह चौहान, गोपीकिशन जादम, गणेश टांक, हेमराज खारोलिया, प्रदीप कुमार कच्छावा, हरिसिंह गढवाल, प्रदीप चौहान, बबीता चौहान, पुनम तंवर, ललिता खारोलिया, राजेश चौहान, धर्मेन्द्र टांक, भवजीत सैनी, शिवप्रताप इंदौरा, धर्मेन्द्र तंवर, रवि दग्दी, उमेश तुन्दवाल, भानू प्रताप कच्छावा, जितेन्द्र चौधरी, अशोक सुखरिया, महेंद्र जोशी उपस्थित रहे।