Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
अजय माकन पर बरसे मंत्री गोविंद राम मेघवाल और धर्मेंद्र राठौड़ - Sabguru News
होम Breaking अजय माकन पर बरसे मंत्री गोविंद राम मेघवाल और धर्मेंद्र राठौड़

अजय माकन पर बरसे मंत्री गोविंद राम मेघवाल और धर्मेंद्र राठौड़

0
अजय माकन पर बरसे मंत्री गोविंद राम मेघवाल और धर्मेंद्र राठौड़

जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद कांग्रेस सरकार के मंत्री एवं पार्टी नेताओं की बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है और आपदा राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर उनकी भूमिका संदिग्ध होने का आरोप लगाते हुए पार्टी आलाकमान से न्याय करने की मांग की है।

मेघवाल एवं राठौड़ ने आज यहां मीडिया से बातचीत में माकन पर हमला बोलते हुए उनकी भूमिका को संदिग्ध बताते हुए कहा कि एक साल पहले जयपुर जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस सदस्यों की संख्या भाजपा से अधिक होने के बावजूद कांग्रेस के ही विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने भारतीय जनता पार्टी से सांठगांठ कर जयपुर में भाजपा का जिला प्रमुख बनवा दिया।

इसकी शिकायत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के द्वारा माकन को भेजी गई लेकिन आज तक इस पर कोई नोटिस या कार्रवाई नहीं हुई जबकि रविवार को संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के घर विधायकों के जाने के मामले में धारीवाल सहित तीन लोगों को नोटिस दे दिए गए।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक होटल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से वेद प्रकाश सोलंकी ने मुलाकात की थी और उसके बाद उनके दो सदस्यों ने भाजपा के पक्ष में वोट डाला और उनका जिला प्रमुख बनवा दिया गया। यह रिपोर्ट माकन को भेज दी गई लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि अजय माकन की भूमिका संदिग्ध हैं और उनका रवैया ठीक नहीं रहा। उन्होंने कहा कि माकन ने जयपुर जिला परिषद के मामले और मानसेर में जाकर सरकार गिराने का प्रयास करने के मामले में कोई नोटिस क्यों नहीं दिया गया।

दोनों नेताओं ने कहा कि उनका मकसद आलाकमान का इस और ध्यान खींचना है ताकि वह उनके प्रति न्याय करें। उन्होंने सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कहा कि सियासी संकट के समय जो 35 दिन तक मानेसर में रहे उनमें से वे बर्दाश्त नहीं करेंगे चाहे एक साल पहले चुनाव लड़ना पड़े।