मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के मौजूदा एकनाथ शिंदे को ‘गद्दार’ कहकर उन पर तीखा प्रहार किया। ठाकरे ने विधायकों को पक्ष बदलने के लिए 50 करोड़ रुपए की कथित पेशकश का जिक्र करते हुए ने कहा कि इस साल का रावण अलग है। रावण के 10 सिर हुआ करते थे, लेकिन यह रावण अलग है।
उन्होंने कहा कि पुराने दशहरा समारोहों को आज भी लोगों को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए याद किया जाता है। शायद ही कभी मैं किसी सभा से अभिभूत हुआ हूं। जब आप प्यार देखते हैं, तो आप उसे खरीद नहीं जा सकता है। मेरी आत्मा की भीड़ के रूप में आप सभी को देखकर आपके सामने झुक जाती है। मैं मुख्यमंत्री के रूप में झुक गया। कोई अनुभव नहीं। झुकने की अनुमति नहीं है, लेकिन हमेशा आपके सामने झुकें। ठाकरे ने आज शाम यहां दशहरा रैली को संबोधित करते हुए कहाकि आप मेरा जीवन हैं।
उन्होंने कहा कि गद्दार कुछ समय के लिए मंत्री रहेंगे, गद्दारी की मुहर हमेशा माथे पर हमेशा रहेगी। मुझे इस बात की चिंता नहीं थी कि शिवसेना का क्या होगा। इस भीड़ पर नजर डालें, तो अब सवाल यह है कि गद्दार कैसे होंगे। माताएं और बहनें, दिव्यांग सब हैं। वफादारी यहां है। उन्होंने कहा कि ये है ठाकरे की कमाई।
उन्होंने कहा कि जब मैं अस्पताल में था, तो जो प्रभारी थे वे कटप्पा बन गए थे। उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि उद्धव ठाकरे उद्धव बालासाहेब ठाकरे नहीं हैं। जिन्हें सब कुछ दिया जाता है, वे क्रोधित होते हैं और जिन्हें कुछ नहीं दिया जाता है वे मेरे साथ हैं। बालासाहेब कहा करते थे कि शिवसेना अकेली नहीं है, बल्कि आप तय करें कि मुझे रहना चाहिए या नहीं। महा विकास अघाड़ी बहुत स्पष्ट क्यों है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने पीठ में छुरा घोंपा है। आप मुझे बताएं कि जो किया गया, वह सही था? क्या मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है?