नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रविवार को यहां पार्टी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पार्टी का पुन: राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। उनका निर्वाचन सर्वसम्मति से किया गया। यादव 12वीं बार पार्टी के अध्यक्ष चुने गए हैं। राजधानी के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस बैठक में सरकार की विदेश एवं आर्थिक नीति की आलोचना की गई।
बैठक के दौरान कई बार भारी अव्यवस्था का माहौल नजर आया। यादव के पुत्र और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भाई तेजप्रताप यादव बैठक से यह कहते हुए वॉकआउट कर गए कि उन्हें उनके निजी सहायक और उनकी बहन को राजद के महासचिव श्याम रजक ने गाली दी।
तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने केवल बैठक की कार्यक्रम और एजेंडा के बारे में रजक से जानकारी लेनी चाही थी, इसपर उन्होंने उन्हें गाली दी। उन्होंने कहा कि उनके पास इसका ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है जिसे वह बिहार की जनता के सामने खोलेंगे। उन्होंने कहा कि रजक जैसे भाजपाई और आरएसएस के लोगों को राजद से बाहर कर दिया जाना चाहिए।
बैठक में बिहार राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह के ना दिखने के भी चर्चा थी। सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह ने हाल में पार्टी के दबाव के बीच मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया जिसे बाद में मंजूर कर लिया गया। बताया जाता है कि जगदानंद सिंह अपने पुत्र के इस्तीफा स्वीकार किए जाने से नाखुश हैं।
रजक ने तेजप्रताप के आरोपों से साफ इंकार किया
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के महासचिव श्याम रजक ने बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव द्वारा अपने उपर लगाये गये आरोपों के बाद एक बयान में कहा कि मुझे केवल एक चीज कहनी है समरथ के होता ना कोई दोष गोसाईं।
दरअसल रजक का कहना था कि जो समर्थ है उसे कुछ भी बोलने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि मैं दलित समुदाय का हूं। दलित बंधुआ मजदूर हाता है। मै भी बंधुआ हूं। उन्होंने कहा कि जो लोग उनके खिलाफ बाल रहे हैं वे अपनी सामर्थ्य की वजह से बोल रहे हैं।
इससे पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप ने तालकटोरा स्टेडियम में चल रहे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक छोड़कर निकल गए थे और कहा था कि रजक ने बैठक का एजेंडा और कार्यक्रम मांगने पर उन्हें उनकी बहन और निजी सहायक को गालियां दीं जिसका ऑडियो टेप उनके पास है। उन्होंने कहा कि रजक आरएसएस और भाजपाई हैं, उन्हें पार्टी से बाहर निकाला जाना चाहिए।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में हंगामे के बाद रजक की तबियत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि आज की बैठक के लिए राजद के 24 राज्य इकाईयों के प्रतिनिधि आए थे। इसमें 2024 में होने वाले आम चुनाव और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई।