जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी फाउंडेशन एवं राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट का विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस रद्द करने को केन्द्र की मोदी सरकार की राजनीतिक दुर्भावना का प्रतीक करार देते हुए कहा है कि सिर्फ राजनीतिक कारणों से इन संस्थानों पर हमला कर गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए किया गया यह एक और कुप्रयास है।
गहलोत ने एफसीआरए लाइसेंस रद्द करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे कुप्रयासों से मोदी सरकार जनता की नजरो में खुद को ही एक्सपोज कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन एवं राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट का यह लाइसेंस रद्द करना मोदी सरकार की राजनीतिक दुर्भावना का प्रतीक है। इन दोनों संस्थानों का भूकम्प, सुनामी, कोविड समेत हर आपदा में पीड़ितों की मदद का इतिहास रहा है।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन अनाथों, महिलाओं एवं दिव्यांगों की सेवा का काम करता है। राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट महिला सशक्तिकरण एवं दृष्टिबाधितों की सेवा का कार्य कर रहा है।
सिर्फ राजनीतिक कारणों से इन संस्थानों पर हमला करना मोदी सरकार द्वारा गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए किया गया एक और कुप्रयास ही है। मोदी सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, गांधी परिवार को जनता की सेवा करने से नहीं रोक सकती है।