भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में महात्मा गांधी अस्पताल की विशिष्ट नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में वार्मर के अधिक तापमान से इक्कीस दिन की बालिका की झुलसने से मौत हो गई जबकि एक अन्य बालक गंभीर रुप से झुलस गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल परिसर स्थित एमसीएच में चित्तौडग़ढ़ जिले के मरमी ग्राम निवासी पप्पू वैष्णव ने 21 दिन की बालिका को कम वेट के कारण एनआईसीयू में भर्ती कराया गया जहां मंगलवार की देर रात करीब तीन बजे इस बच्ची की वार्मर में अधिक तापमान होने के कारण मौत हो गई और एक अन्य बालक गंभीर रूप से झुलस गया।
मृतक बालिका के पिता पप्पू वैष्णव ने आरोप लगाया कि अस्तपाल में रात्रिकालीन स्टाफ की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। अस्पताल के उपनियंत्रक देवकिशन सरगरा ने बताया कि बालिका की जलने से मौत हुई लेकिन यह जांच का विषय है। इसकी जांच कराई जाएगी।
इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने बताया कि प्रारंभिक दृष्टि से स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। रात्रि को दो ठेके के कर्मचारी लगे हुए थे उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई है वहीं पूरे मामले की जांच के लिए चार चिकित्सकों की कमेटी का गठन किया गया है जो तीन दिन में रिपोर्ट देंगे। अगर कोई दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
उधर इस मामले के बाद बालिका एवं बालक के परिजन एवं अन्य लोग एकत्र हो गए और प्रदर्शन कर इस मामले के दोषी लोगों को सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। मौके पर पुलिस पहुंच गई और लोगों समझाने का प्रयास कर रही है।