जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में 10 नवंबर को होने वाले नगर निगम ग्रेटर के महापौर उपचुनाव में पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी को क्रॉस वोटिंग का भय सत्ता रहा हैं और उसे अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी करनी पड़ी है। हालांकि उसके नेता सौ से अधिक पार्षदों के समर्थन से उनका मेयर चुने जाने के दावे कर रहे हैं। भाजपा ने मतदान से पहले उनके पार्षदों में कोई सेंधमारी नहीं कर सके इसके लिए उसने अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी चौमू में एक होटल में की है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने बताया कि उनके पार्षद एकजुट हैं और अब तक निर्दलीय सहित 84 पार्षद होटल पहुंच चुके है और उनके नौ पार्षद नहीं पहुंच पाये उनमें तीन पार्षद बीमार चल रहे हैं और वे सीधे मतदान केन्द्र ही पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि शेष छह पार्षद भी शीघ्र ही यहां शिविर में पहुंच जाएंगे।
भाजपा के जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने दावा करते हुए मीडिया से कहा कि इस उपचुनाव में भाजपा की मेयर सौ से अधिक वोट चुनाव जीतेगी। कांग्रेस के भी दावा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह हमारा गणित हैं जो सही और सौ से अधिक पार्षदों के समर्थन से भाजपा की मेयर बनेगी।
उधर, महापौर शील धाभाई ने कहा है कि उन्हें मेयर प्रत्याशी नहीं बनाने को लेकर वह नाराज नहीं हैं और वह जब तक महापौर हैं वह अपना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वह संगठन के साथ है और भाजपा के पास बहुमत है और हमारी मेयर जीतेगी। नामांकन के दिन उनके भावुक होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह तात्कालिक प्रतिक्रिया थी, अब सब ठीक हो गया।
भाजपा 150 पार्षदों वाले नगर निगम ग्रेटर में सर्वाधिक 85 पार्षदों के साथ स्पष्ट बहुमत में हैं लेकिन महापौर के उपचुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस के बहुमत नहीं होने के बावजूद अपनी पार्षद मेघा सिंघानियां को उपचुनाव के मैदान में उतार देने एवं जीत के दावे होने के बाद भाजपा को क्रॉस वोटिंग का डर लगने लगा और उसने अपने पार्षदों को चौमू में बाड़ेबंदी करना शुरु कर दिया था।
कांग्रेस के पास 49 पार्षद हैं और वह राज्य में कांग्रेस की सरकार के चलते कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए महापौर के उपचुनाव में पार्षदों का समर्थन उसके प्रत्याशी को मिलने की उम्मीद कर रही है। कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन के दिन ही कह चुकी है कि भाजपा के कई पार्षद उनका समर्थन करेंगे। निगम में 12 निर्दलीय पार्षद है जबकि पूर्व महापौर सौम्या गुर्जर सहित चार पार्षद निलंबित हो चुके है।