भुवनेश्वर। ओडिशा के राजधानी भुवनेश्वर और दक्षिणी भाग में स्थित बरहामपुर में मंगलवार को पुलिस को उस समय मुश्किलों का सामना करना पड़ा जब चंद्र ग्रहण के दिन तर्कवादियों की ओर से आयोजित सामुदायिक भोज के आयोजन के दौरान हिंसा, पथराव और गोबर फेंकने की घटना सामने आई।
बरहामपुर में बजरंग दल और सदस्यों एवं ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने तर्कवादियों के बैनर फाड़ दिए और उनपर गोबर फेंका। प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
भुवनेश्वर में भी परंपरा में विश्वास करने वाले सैकड़ों लोग लोहिया अकादमी में एकत्र हुए जहां तर्कवादी चंद्र ग्रहण के अवसर पर को एक बैठक और सामुदायिक भोज का आयोजन कर रहे थे। इसी दौरान तर्कवादियों और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसमें कुछ तर्कवादी घायल हो गए थे। दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और तर्कवादियों द्वारा आयोजित सामुदायिक भोज का विरोध करने के लिए लोहिया अकादमी में गोबर फेंका गया।
तर्कवादियों ने कहा था कि चंद्र ग्रहण पर पके हुए भोजन के सेवन से नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है और इसके पीछे कोई वैज्ञानिक तर्क भी नहीं है और उन्होंने चंद्र या सूर्य ग्रहण के दौरान पका हुआ भोजन न खाने की सदियों पुरानी प्रथा को निराधार करार दिया।
बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चंद्र ग्रहण के दिन तर्कवादियों ने जानबूझकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए बिरयानी भोज का आयोजन किया है।