दरभंगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघ चालक मोहन भागवत ने सभी को साथ जोड़कर चलने को संघ का सपना बताया और कहा कि इसकी बदौलत एक ऐसे भारत का निर्माण करना है, जहां सभी राष्ट्र सेवा को समर्पित होंगे ताकि आरएसएस की पट्टी लगाने की जरूरत नहीं रह जाए।
भागवत ने सोमवार को दरभंगा के नागेंद्र झा स्टेडियम में आरएसएस नागरिक एकत्रीकरण को संबोधित करते हुए कहा कि संघ का सपना सभी को एक साथ जोड़ना है। उन्होंने कहा कि एक ऐसे भारत का निर्माण करना है, जहां सभी राष्ट्र सेवा करें ताकि आरएसएस के नाम वाली पट्टी हट जाए, आरएसएस वाली पट्टी लगाने की जरूरत न पड़े।
संघ प्रमुख ने कहा कि आरएसएस समाज को जोड़ने का काम करता रहेगा। उन्होंने तमाम देशवासियो को भी संघ से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि समाज और देश को जोड़ना संघ का काम है। लोग जुड़कर खुद विवेचना करे और खुद फैसला भी करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि खुद उनके भाषण पर भी लोग विश्वास न करे बल्कि संघ से जुड़ वास्तविकता को देखे और पहचान करें।
भागवत ने कहा कि देश में रहने वाले सभी लोग हिन्दू हैं। वर्तमान में वे चाहे जो कुछ है लेकिन जिनके पूर्वज हिन्दू थे वे आज भी हिन्दू ही हैं। उन्होंने कहा कि समय की मांग है भारत विश्व गुरू बने और ऐसा विश्व गुरु बने जिसे कोई आंख न दिखा सके और यदि कोई आंख दिखाए तो उसकी आंखें फूट जाए।
संघ प्रमुख ने कहा कि महिला को मातृत्व शक्ति के नजरिये से देखना चाहिए। महिला कोई उपभोग की चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि दूसरे के धर्म की इच्छा मत करो। साथ ही गलत तरीके से कमाए गए रुपए का परिणाम अंतरी फाड़ कर निकलता है।
बिहार के पूर्व मंत्री और आरएसएस से जुड़े जीवेश मिश्रा ने कहा कि दरभंगा की धरती से जो ऊर्जा का संचार भागवत ने कराया है वह पूरे देश में जाएगा और लोग इससे प्रभावित होकर संगठन से जुड़ देश की सेवा में अपना योगदान देंगे।