उदयपुर। राजस्थान में झीलो की नगरी उदयपुर में जी-20 शेरपा सम्मेलन का रविवार को शुभारंभ हो गया। जी-20 के 20 देशों एवं अन्य 9 देशों के शेरपा का आगमन होते ही सर्वप्रथम एयरपोर्ट पर उनका स्वर लहरियों के साथ स्वागत किया और फिर उन्हें गंतव्य स्थल तक ले जाया गया। इसके पश्चात लीला पैलेस में दोपहर से देर शाम तक कार्यक्रमों का दौर चला।
शाम चार बजे लीला पैलेस में भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कान्त ने इस सम्मेलन के शुभारंभ की घोषणा की। उन्होंने जी-20 शेरपा सम्मेलन के लिए उदयपुर में की गयी उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया और मुख्य सचिव उषा शर्मा, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, कलेक्टर तारा चंद मीणा, एसपी विकास शर्मा द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए किये गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने उदयपुर में की गई साफ-सफाई, रंग रोगन, आर्ट वर्क, परिवहन एवं कानून व्यवस्था के लिए भी प्रशासन का आभार जताया। इससे पूर्व भारत के शेरपा अमिताभ कान्त ने प्रेस वार्ता कर शेरपा सम्मेलन के शुभारंभ की घोषणा की। उन्होंने अपने वक्तव्य में जी-20 के इतिहास और इसकी अहमियत पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं विभिन्न वैश्विक संकटों को लेकर जी-20 द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उदयपुर भारत का सबसे शानदार पर्यटन स्थल है और जी-20 के माध्यम से भी भारत के पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उदयपुर को शेरपा मीटिंग के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि सरकार इसे ग्लोबल टूरिज़म डेस्टिनेशन बनाना चाहती है। उन्होंने जी-20 की बैठकों में चर्चा किए जाने वाले विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला और मीडिया के प्रश्नों के जवाब दिए।
कांत ने अपने वक्तव्य में भारत को ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ बताया। इसके अलावा वूमेन लेड देवेलपमेंट, डेट डिस्टरेस, डिजिटल पब्लिक गुड्स एवं एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने से जुड़े विषयों पर अपनी बात कही।