शिलांग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के नये परिसर का उद्धाटन किया।
मोदी ने कहा कि आईआईएम शिलांग जैसे पेशेवर संस्थान पूर्वोत्तर के लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे संस्थानों की उपस्थिति से आजीविका के रास्ते और साधन बनेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आईआईएम और प्रौद्योगिकी पार्क शिक्षा के साथ, क्षेत्र में कमाई के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में 150 से अधिक एकलव्य स्कूलों का निर्माण हो रहा है, उनमें से 39 मेघालय में हैं।
उन्होंने कहा कि इस नए परिसर में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे में ऐसी सुविधाएं होंगी जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय छात्रों और प्रबंधन विकास कार्यों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए कई अवसर खोलेगी। इस केंद्र में देश में सबसे पूर्ण रूप से स्वचालित पुस्तकालयों में से एक होगा, जिसमें 40 से अधिक डेटाबेस ई-संसाधनों के रूप में छात्रों, विद्वानों और संकाय सदस्यों के लिए सुलभ होंगे।
निदेशक आईआईएम शिलांग, प्रोफेसर डीपी गोयल ने नए आईआईएम-शिलांग परिसर का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आईआईएम शिलांग एक थिंक-टैंक है, जो एक बिजनेस स्कूल होने के अलावा पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र की सेवा करता है। यह नया परिसर हमें अधिक छात्रों को नामांकित करने, अधिक शोध करने और देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में समृद्धि प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और अधिक कुशलता से काम करने में सक्षम करेगा।