अजमेर। राजस्थान लोकसेवा आयोग अजमेर मुख्यालय पर आज 74वां स्थापना दिवस मनाया गया। आज ही के दिन 22 दिसंबर 1949 को लोकसेवा आयोग विधिवत रूप से अस्तित्व में आया था।
राजस्थान प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा की महत्वपूर्ण नौकरियों के अलावा सरकारी नौकरियों में भर्ती का महत्वपूर्ण दायित्व निभाते हुए आयोग को आज 74 साल पूरे हो गए लेकिन आयोग में सदस्यों का कोरम आज भी पूरा नहीं हुआ।
आयोग अध्यक्ष सहित सात सदस्यों की संवैधानिक संस्था है लेकिन अधिकांश समय यहां सदस्यों के पद रिक्त ही रहते हैं जिससे आयोग को कार्य निपटाने में बहुत दिक्कतें आती है और अनेकों मामले लंबित हो जाते हैं। सरकार की ओर से आयोग सदस्यों की संख्या पूरी तरह नहीं भरे जाने से आयोग का कार्य प्रभावित होता है।
आयोग के 74वें स्थापना दिवस मौके पर अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय बहुत ही उत्साह के साथ इस वर्ष 93 भर्ती परीक्षाओं में से 92 परीक्षाएं समय पर कराए जाने को आयोग की कार्य कुशलता मानते हैं जो कि है भी। लेकिन सदस्यों की संख्या पूरी नहीं होने से अनेक मामलों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आयोग प्रबंधन देश में राजस्थान लोकसेवा आयोग को नवाचार करने में भी अग्रणी मानता है और वर्ष 2023 में जून माह तक के जारी कलेंडर के अनुसार परीक्षाएं आयोजित करने के लिए संकल्पबद्ध है।