नागौर। राजस्थान के नागौर जिले के जेएलएन अस्पताल परिसर में गुरुवार सुबह शराब पीकर गेट पर खड़े लोगों को कार से कुचलने पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह नेगी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि थाना रोल निवासी परिवादी हनुमान राम मेघवाल ने जेएलएन अस्पताल के मुर्दाघर में एक लिखित रिपोर्ट कोतवाली पुलिस को दी। रिपोर्ट में बताया कि आज सुबह करीब 10-11 बजे के लगभग उसका भाई भंवरलाल (59) तथा रोल निवासी नाजिया बानो, दिल्ली दरवाजा के अंदर निवासी रहीसा बानो एवं कोडिया खाटू निवासी देबू राम अस्पताल गेट के बाहर खड़े थे। अस्पताल के डॉक्टर योगेंद्र सिंह नेगी ने अपनी कार तेज गति व लापरवाही से चलाकर इनके जोर से टक्कर मारी।
इस टक्कर से उसके भाई भंवरलाल की मौके पर मौत हो गई, बाकी सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जिला हॉस्पिटल में फिजिशियन डॉक्टर वाईएस नेगी (एमबीबीएस) नशे की हालत में थे। वह तेज रफ्तार से कार चलाते हुए अस्पताल में घुसे और एक-एक करके तीन लोगों को अपनी जद में ले लिया। घटना की बाद से अस्पताल में हड़कंप मच गया है।
रिपोर्ट पर आईपीसी की संबंधित धाराओं व एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच सीओ विनोद कुमार सीपा को सौंपी गई। कोतवाली थाना अधिकारी राजेंद्र खंडेलवाल के नेतृत्व में टीम ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी डॉक्टर को घटना में प्रयुक्त कार समेत गिरफ्तार कर लिया है।