जयपुर। पॉक्सो कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा के बेटे दीपक मीणा उर्फ दिलीप उर्फ दीपू को गैंगरेप के मामले में अरेस्ट कर लिया। कोर्ट ने उसे 13 जनवरी तक भेजा जेल भेज दिया है। दीपक बीते 6 माह से फरार था। दौसा की मंडावर पुलिस ने सोमवार को उसे पॉक्सो कोर्ट में पेश किया था।
दीपक मीणा के खिलाफ मार्च 2022 में मंडावर थाने में 10वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि दीपक ने दोस्तों के साथ मिलकर होटल में गैंगरेप किया। मामले में नेतराम और एक नाबालिग को पुलिस ने पहले ही दबोच चुकी थी।
नाबालिग पीड़िता के वकील विनोद बंशीवाल ने बताया कि विधायक के बेटे का नाम पुलिस ने जांच में हटा दिया था। पॉक्सो कोर्ट ने 190 की एप्लिकेशन में प्रसंज्ञान लेते हुए दीपक मीणा को गैंगरेप में शामिल मानते हुए 9 जून 2022 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
दीपक पुलिस से बचने के लिए लगातार छिपता फिर रहा था। इस मामले में हाईकोर्ट में रिट लगाई गई थी कि पुलिस जानबूझकर उसे गिरफ्तारी नहीं कर रही है। ऐसे में दौसा एसपी को आगामी 23 जनवरी को तलब करते हुए कोर्ट ने दीपक को अरेस्ट करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश की पालना में दीपक को सोमवार को गिरफ्तार कर पॉक्सो कोर्ट में पेश किया।
इस मामले की जांच कर रहे महुवा डिप्टी एसपी ब्रजेश कुमार ने कहा कि पहले एफआईआर में दीपक मीणा का नाम नहीं था। बाद में पॉक्सो कोर्ट की सख्ती के बाद उसे गिरफ्तार किया है।
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया था कि फेसबुक पर नाबालिग की दोस्ती थूमड़ा (अलवर) निवासी विवेक शर्मा से हुई थी। विवेक ने लड़की से नजदीकियां बढ़ाईं और बहला-फुसलाकर 24 फरवरी 2021 को मंडावर थाना क्षेत्र की समलेटी पैलेस होटल में ले गया। वहां होटल में काम करने वाले युवक नेतराम और दीपक भी आए। साथ ही दो अन्य युवक भी वहां पहुंचे। पांचों ने मिलकर नाबालिग से गैंगरेप किया।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़की के परिजनों ने आरोप लगाया गया था कि छात्रा के साथ कई बार मंडावर के एक होटल में गैंगरेप किया था। आरोपी छात्रा को डरा धमका कर ब्लैकमेल भी कर रहे थे।