उदयपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर नारायण सेवा संस्थान द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार एवं दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग के सौजन्य से उदयपुर में आयोजित शिविर में 850 से अधिक दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया।
शिविर के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि नारायण सेवा संस्थान दिव्यांग बन्धुओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं पुनर्वास के क्षेत्र में बेमिसाल काम कर रहा हैं। दिव्यांगजन समाज की मुख्यधारा में लौटने लगे हैं। समारोह के अध्यक्ष सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मान्धाता सिंह राणावत ने दिव्यांगों से केंद्र एवं राज्य सरकार की चल रही योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर के शिविर में 355 जन का पंजीयन हुआ। जिसमें 100 को ट्राइसाईकिल, 20 को व्हीलचेयर और 20 को वैशाखी दी गई। वहीं वृद्धजनों और सुनने की समस्या ग्रस्त जनों को 25 श्रवण यंत्र निःशुल्क दिए गए। शिविर में 45 दिव्यांग का शल्य चिकित्सा के लिए चयन हुआ तथा 90 अंग विहिनों का कृत्रिम हाथ-पैर के लिए माप लिया गया। जिन्हें एक बाद कृत्रिम अंग पहनाए जाएंगे।
शनिवार को ही डूंगरपुर और जालोर में दिव्यांग सहायता शिविर के अलावा संस्थान के 40 शाखा-आश्रमों में अन्नदान-वस्त्रदान के कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें 5000 से अधिक जरूतमंदों तक सेवा पहुंची।