नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्लूएफआई) अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विश्व चैंपियन एमसी मैरी काॅम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया है।
केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि मैरी काॅम पांच सदस्यीय निगरानी समिति का नेतृत्व करेंगी जो डब्लूएफआई अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगी। यह समिति अगले एक महीने के लिए डब्लूएफआई के दिन-प्रतिदिन के मामलों को भी देखेगी जबकि ब्रजभूषण सिंह अध्यक्ष पद से दूर बनाएं रहेंगे।
खेल मंत्रालय ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि मंत्रालय ने प्रमुख खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए यौन दुराचार, उत्पीड़न, वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक चूक के आरोपों की जांच के लिए एक निरीक्षण समिति का गठन किया है। निरीक्षण समिति जांच के दौरान डब्ल्यूएफआई के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन को भी संभालेगी।
ओवरसाइट कमेटी की अध्यक्षता खेल रत्न अवार्डी एमसी मैरी कॉम करेंगी। कमेटी में खेल रत्न अवार्डी योगेश्वर दत्त, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कार्यकारी परिषद के ध्यानचंद अवार्डी तृप्ति मुर्गुंडे, सदस्य मिशन ओलंपिक सेल राधिका श्रीमन शामिल हैं। निगरानी समिति चार सप्ताह के भीतर जांच पूरी करेगी।
इसके अलावा, मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई की कार्यकारी समिति को तत्काल प्रभाव से संघ की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के प्रबंधन से दूर रहने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया समेत देश के कुछ शीर्ष पहलवानों के डब्ल्यूएफआई और ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ तीन दिवसीय धरने के बाद शनिवार को ठाकुर ने समिति बनाने का फैसला किया था।